किसी आतंकी संगठन पर बैन लगाने से क्या मिलता है फायदा, किन चीजों पर पड़ता है असर?

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किसी आतंकी संगठन पर बैन लगाना एक गंभीर और रणनीतिक निर्णय है, जो देश की सुरक्षा और जनता के हित में लिया जाता है. जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय और वैश्विक सुरक्षा को सुनिश्चित करना है. सरकारें आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाकर उनकी गतिविधियों को सीमित करती हैं. हाल ही में अमेरिका ने आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट यानि TRF को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया जिसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है. बता दें कि TRF ने पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी. लेकिन आज हम बात करेंगे कि किसी आतंकी संगठन पर बैन लगाने से क्या फायदे मिलते हैं? आखिर इससे क्या हासिल होता है?.क्या होता है फायदा?किसी भी आतंकी संगठनों को चलाने के लिए धन की जरूरत होती है. बैन लगने के बाद ऐसे संगठनों के बैंक खाते और संपत्तियां जब्त की जा सकती है. जिसके कारण हथियार खरीदने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की उनकी क्षमता घटती है. इतना ही नहीं प्रतिबंधित संगठन के सदस्यों को गिरफ्तार करना और उन पर मुकदमा चलाना आसान हो जाता है. आतंकी संगठन से जुड़े व्यक्ति को 10 साल तक की सजा या आजीवन कारावास तक का प्रावधना है. प्रतिबंधित संगठन के सदस्यों को अपराधी माना जाता है. इससे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को उन्हें गिरफ्तार करने, जांच करने और मुकदमा चलाने में कानूनी सहायता मिलती है. यह आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद करता है.किन चीजों पर पड़ता है असर?  किसी आतंकी संगठन को बैन करने के बाद सुरक्षा एजेंसियां संगठन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखती हैं, जिससे आतंकी हमलों की संभावना कम होती है. आतंकी संगठनों की फंडिंग पर रोक से अवैध धन का प्रवाह कम होता है, जो अर्थव्यवस्था को स्थिर करता है. आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख से समाज में विश्वास बढ़ता है और लोग सुरक्षित महसूस करते हैं. आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई से देश की वैश्विक छवि मजबूत होती है और अन्य देशों के साथ सहयोग बढ़ता है. बता दें भारत में हाल ही में गृह मंत्रालय की ओर से जारी सूची में 67 आतंकी संगठनों को प्रतिबंधित किया गया है.इसे भी पढ़ें- 2004 से 2014 तक कश्मीर में कितने हुए थे आतंकी हमले, 2014 से 2025 तक कितना रह गया आंकड़ा?