हैदराबाद में हजार करोड़ का भेड़ घोटाला, ED की छापेमारी में बड़ा खुलासा

Wait 5 sec.

तेलंगाना में पूर्ववर्ती भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार के दौरान लागू 'भेड़ पालन विकास योजना' (एसआरडीएस) में वित्तीय अनियमितताओं की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार (30 जुलाई 2025) को हैदराबाद में 8 जगहों पर छापेमारी की.यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की गई, जिसमें तत्कालीन पशुपालन मंत्री थालासानी श्रीनिवास यादव के विशेष ड्यूटी अधिकारी (ओएसडी) जी. कल्याण कुमार के परिसरों सहित कई मध्यस्थों और लाभार्थियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया.2.1 करोड़ रुपये की हेराफेरी का अनुमानईडी की जांच तेलंगाना पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की ओर से दिसंबर 2023 में दर्ज प्राथमिकियों पर आधारित है, जिसमें शुरूआती तौर पर 2.1 करोड़ रुपये की हेराफेरी का अनुमान लगाया गया था. हालांकि, नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की मार्च 2021 तक की ऑडिट रिपोर्ट ने 7 जिलों में 253.93 करोड़ रुपये के नुकसान का खुलासा किया.इसके आधार पर पूरे राज्य में नुकसान 1,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है. ईडी सूत्रों ने बताया, 'योजना में जाली परिवहन रसीदें, बेनामी खाते और मृत या गैर-मौजूद व्यक्तियों को भेड़ ईकाइयां आवंटित करने जैसे गंभीर उल्लंघन पाए गए.'फर्जी बिलों और जाली खातों का खुलासा2017 में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य चरवाहा समुदायों को 75% सब्सिडी पर 20 भेड़ और एक मेढ़ा प्रति इकाई प्रदान करके उनकी आजीविका को बढ़ावा देना था. दस्तावेजों के अनुसार, 1.28 करोड़ भेड़ों का वितरण किया गया, जिसकी लागत लगभग 4,980.31 करोड़ रुपये थी, लेकिन जांच में खुलासा हुआ कि फर्जी बिलों और जाली खातों के जरिए बड़े पैमाने पर धन का गबन किया गया. छापेमारी के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और भारी मात्रा में अस्वीकार्य नकदी जब्त की गई.तेलंगाना के चरवाहा समुदाय के लिए धोखाईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हम वित्तीय लेन-देन और धन के प्रवाह की गहन जांच कर रहे हैं. यह घोटाला तेलंगाना के चरवाहा समुदाय के लिए एक बड़ा धोखा है.' कल्याण कुमार को 7 घंटे तक पूछताछ के लिए बुलाया गया और उनके बयान दर्ज किए गए. एसीबी ने पहले ही 17 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें तेलंगाना पशुधन विकास एजेंसी के पूर्व सीईओ साबवथ रामचंदर भी शामिल हैं. जांच अभी जारी है और आगे की कार्रवाई की उम्मीद है.ये भी पढ़ें:- EC ने उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर तारीखों का किया ऐलान, जानें बीजेपी कब करेगी उम्मीदवार की घोषणा