राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन देश के एक बड़े स्वतंत्रता सेनानी, हिंदी प्रेमी और समाज सुधारक थे। हिंदी को राजभाषा बनाने में उनकी अहम भूमिका रही थी।