'कितने लोगों से पूछताछ हुई, कितने घंटी चली', अमित शाह ने संसद को बता दी पहलगाम से जुड़ी एक-एक बात

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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार (29 जुलाई, 2025) को पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी जानकारी को संसद के निचले सदन लोकसभा में रखी. इस दौरान शाह ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों को ऑपरेशन महादेव में मार गिराया गया. इसके साथ ही उन्होंने सदन को बताया कि ऑपरेशन के तहत किन-किन लोगों को पूछताछ हुई, इस ऑपरेशन को सशस्त्र बलों के कौन से जवान शामिल थे, इन सभी बातों की जानकारी दी.ऑपरेशन महादेव में तीन हमलावर आतंकियों को मार गिरायाकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “सोमवार (28 जुलाई, 2025) को पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकवादी सुलेमान उर्फ फैजल जख्त, जिबरान और अफगान भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान ‘ऑपरेशन महादेव’ में मारे गए.” उन्होंने कहा, “सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के ए श्रेणी कमांडर था, वह पहलगाम आतंकी हमले और गगनगीर हमले में शामिल था, जिसके ढेर सारे सबूत सुरक्षा एजेंसियों के पास है. वहीं, अफगान और जिबरान LeT के ए श्रेणी के आतंकवादी थे.”NIA ने कितने लोगों से की हमले की पूछताछ?शाह ने कहा, “जिस दिन लश्कर-ए-तैयबा और इसके आउटफिट टीआरएफ ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली, उसी दिन हमने तय किया कि इसकी हमले की जांच की जिम्मेदारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी जाएगी. एनआईए की जांच के दौरान हमले में मारे गए मृतकों के परिजनों से चर्चा की गई और जानकारी हासिल की गई. इसके अलावा, अन्य पर्यटकों, खच्चरवालों, फोटो खींचने वालों, कर्मचारियों, विभिन्न दुकानों में काम करने वाले लोगों समेत 1,055 लोगों से पूछताछ की गई.”उन्होंने कहा, “एनआईए ने इन सभी 1,055 लोगों से 3,000 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की और हमले और हमलावरों के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा की और इन सब लोगों की पूछताछ को वीडियो में रिकॉर्ड कर लिया. इसके बाद लोगों से पूछताछ के तहत आतंकवादियों का स्केच तैयार किया गया और उसकी तलाश शुरू की गई.”केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “स्केच के आधार पर ढूंढते हुए एक बसीर और परवेज की पहचान की गई, जिन्होंने पहलगाम हमले के अगले दिन आतंकियों को पनाह दी थी और उन्हें अपने ढोक में रखा था. उन दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया और अब दोनों हमारी कस्टडी में हैं.”यह भी पढे़ंः 'सरकार के भरोसे पहलगाम गए थे लोग, हमले की जिम्मेदारी किसकी?', संसद में प्रियंका गांधी ने उठाया सुरक्षा में चूक का मुद्दा