संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध निगरानी टीम ने कहा कि द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने दो बार पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी और हमले की जगह की तस्वीरें भी जारी की थी. इस टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह हमला पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के सपोर्ट के बिना नहीं हो सकता था.