साइबर लिटरेसी- PAN कार्ड के नाम पर नया स्कैम:‘E-PAN डाउनलोड करें’ कहने वाला ईमेल फेक है, कभी क्लिक न करें, जानें स्कैम की डिटेल

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‘आपका नया PAN 2.0 तैयार है, यहां क्लिक करें और डाउनलोड करें।’ अगर आपको कोई ऐसा ईमेल आए तो सतर्क हो जाइए। यह एक फिशिंग स्कैम है। सरकार के प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) फैक्ट चेक और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट दोनों ने इस तरह के ईमेल को पूरी तरह फर्जी बताया है। इसका मकसद लोगों से उनका पर्सनल और फाइनेंशियल डेटा चुराना है। तो चलिए, साइबर लिटरेसी में बात करेंगे कि PAN 2.0 स्कैम क्या है? साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: राहुल मिश्रा, साइबर सिक्योरिटी एडवाइजर, उत्तर प्रदेश पुलिस सवाल- ‘PAN 2.0’ स्कैम क्या है? जवाब- इस स्कैम में लोगों को एक ईमेल मिलता है, जिसमें लिखा होता है कि सरकार ने एक नया e-PAN कार्ड लॉन्च किया है, PAN 2.0। यह QR कोड से लैस है और इसे एक लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड किया जा सकता है। लेकिन यह ईमेल किसी सरकारी डोमेन से नहीं आता है। इसमें दिए गए लिंक पर क्लिक करते ही यूजर एक फेक वेबसाइट पर पहुंच जाता है। सवाल- ये PAN 2.0 स्कैम इतना खतरनाक क्यों है? जवाब- PAN 2.0 स्कैम दिखने में भले ही एक आम ईमेल की तरह लगे, लेकिन इसका मकसद आपकी सेंसिटिव जानकारी चुराना होता है। ये ईमेल एक फेक वेबसाइट की ओर ले जाते हैं, जहां आपसे नाम, PAN नंबर, आधार, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड जैसी जानकारी मांगी जाती है। ये जानकारी भरते ही बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। आपकी पहचान का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं और आपके पर्सनल अकाउंट्स तक पहुंच सकते हैं। यही वजह है कि सिर्फ एक क्लिक या छोटी-सी गलती से आपकी पहचान की चोरी, वित्तीय फ्रॉड और डिजिटल सिक्योरिटी खतरे में पड़ सकती है। इसीलिए ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सावधानी जरूरी है। सवाल- PAN 2.0 जैसे स्कैम से सुरक्षित रहने के लिए क्या करें? जवाब- ऐसे फर्जी ईमेल या वेबसाइट से बचने के लिए कुछ आसान लेकिन जरूरी सावधानियां अपनाना बेहद जरूरी है। सबसे पहले किसी भी ईमेल में आए लिंक या अटैचमेंट पर बिना जांचे क्लिक न करें। सरकारी वेबसाइट्स हमेशा ‘.gov.in’ पर खत्म होती हैं, इन्हीं का इस्तेमाल करें। अगर कोई ईमेल डर या तुरंत क्लिक करें तो पहले शांत होकर सोचें और उसे वेरिफाई करें। अपनी बैंक या पर्सनल जानकारी किसी भी अनजान वेबसाइट या ईमेल में न भरें। सवाल- क्या सरकार ने PAN 2.0 लॉन्च किया है? जवाब- नहीं, सरकार ने PAN 2.0 नाम की कोई सर्विस लॉन्च नहीं की है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट या किसी भी सरकारी संस्था ने अब तक PAN 2.0 नाम का कोई नया कार्ड या अपडेटेड वर्जन जारी नहीं किया है। अगर आपको इस नाम से कोई ईमेल या मैसेज आए, तो समझें कि वह फर्जी (फेक) है और इनसे सावधान रहना जरूरी है। सरकारी जानकारी के लिए केवल इनकम टैक्स की आधिकारिक वेबसाइट www.incometax.gov.in पर ही जाएं। सवाल- PAN 2.0 ईमेल स्कैम की रिपोर्ट कहां कर सकते हैं? जवाब- अगर आपको PAN 2.0 के नाम से कोई फर्जी ईमेल मिलता है, जिसमें PAN कार्ड अपडेट या डाउनलोड करने के लिए लिंक दिया गया हो तो इसकी रिपोर्ट तुरंत करें। इसके लिए इन पॉइंट्स का ध्यान रखें। वेबसाइट www.cybercrime.gov.in यह भारत सरकार का आधिकारिक पोर्टल है जहां साइबर फ्रॉड, फिशिंग ईमेल, ऑनलाइन ठगी जैसे मामलों की शिकायत की जाती है। सवाल- स्कैमर इतने रियल दिखने वाले ईमेल और वेबसाइट कैसे बना लेते हैं जवाब- आजकल साइबर अपराधी एडवांस टूल्स और तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं। वे हूबहू सरकारी वेबसाइट की कॉपी बना लेते हैं। इसमें लोगो, रंग, भाषा और डिजाइन तक सब कुछ असली जैसा लगता है। आम लोग यह फर्क नहीं समझ पाते और फंस जाते हैं। इसीलिए जरूरी है कि हर मेल की ईमेल आईडी और लिंक को ध्यान से जांचें। सवाल- अगर किसी ने गलती से लिंक पर क्लिक कर दिया या जानकारी भर दी तो तुरंत क्या करना चाहिए? जवाब- अगर आपने गलती से PAN, आधार, बैंक डिटेल्स या OTP जैसी जानकारी स्कैमर वेबसाइट पर भर दी है, तो तुरंत ये कदम उठाएं। …………………ये खबर भी पढ़िए... न्यूजीलैंड की सांसद ने संसद में दिखाई अपनी डीपफेक न्यूड:AI से 5 मिनट में बन रही हैं फेक तस्वीरें, कैसे बचें, जानिए 10 सावधानियां आज सोशल मीडिया और इंटरनेट की दुनिया में डीपफेक सिर्फ एक टेक्नोलॉजी नहीं, एक खतरनाक हथियार बन चुका है। इसका इस्तेमाल किसी की छवि बिगाड़ने, करियर को नुकसान पहुंचाने या एजेंटा बनाने के लिए हो सकता है। खासकर युवाओं, महिलाओं और किशोरियों को इसका सबसे अधिक खतरा है। पूरी खबर पढ़िए...