भारतीय समाज में व्रत और त्योहारों की परंपरा की ओर देखें तो यहां जैव विविधता का सुंदर उदाहरण मिलता है, साथ ही यह भी पता चलता है कि भारतीय सामाजिक व्यवस्था में इसे किसी से सीखने की जरूरत नहीं है बल्कि यह पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही परंपराओं में रचा-बसा है. इसी कड़ी में नाग पंचमी का त्योहार भी शामिल है.