अक्षत श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ी कि भारत की नीतियां एनआरआई को ध्यान में रखकर बन रही हैं, जिससे स्थानीय नागरिकों पर बोझ पड़ रहा है. टैक्स छूट और निवेश विकल्पों पर सवाल उठे हैं.