केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार (30 जुलाई, 2025) को राज्यसभा में कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की जान लेने वाले तीन आतंकवादी ऑपरेशन महादेव के तहत मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं और इस हमले में उनकी संलिप्तता वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित कर ली गई है.शाह ने राज्यसभा में पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल और निर्णायक ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा में यह बात कही. इसके साथ शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अपने वोट बैंक और तुष्टीकरण की नीति के कारण पाकिस्तान और आतंकवादियों को बचाने का प्रयास कर रही है.सेना, CRPF और J-K पुलिस की कार्रवाई में आतंकी ढेर- शाहशाह ने कहा, “मैं सदन के माध्यम से, कल हुए ऑपेरशन महादेव की जानकारी पूरे देश को देना चाहता हूं. कल मंगलवार (29 जुलाई) को सुलेमान, अफगान और जिबरान नाम के तीन आतंकवादी भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान ऑपेरशन महादेव में मारे गए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सुलेमान, लश्कर-ए-तैयबा का ए श्रेणी का कमांडर था. पहलगाम और गगनगीर आतंकी हमले में वह लिप्त था, इसके बहुत सारे सबूत हमारी एजेंसियों के पास हैं. अफगान और जिबरान भी ए श्रेणी के आतंकवादी थे.’’गृह मंत्री ने कहा, ‘‘जिन्होंने पहलगाम की बैसरन घाटी में हमारे निर्दोष नागरिकों को मारा था, उनमें ये तीनों आतंकवादी शामिल थे और कल तीनों मारे गए. मैं भारतीय सेना के पैरा 4, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सभी जवानों को सदन और पूरे देश की ओर से बहुत-बहुत साधुवाद देता हूं.’’वैज्ञानिक तरीके से की जा चुकी है आतंकियों की पुष्टि- शाहगृह मंत्री के अनुसार, 22 अप्रैल को दिन में एक बजे पहलगाम की बैसरन घाटी में हमला हुआ था और वह शाम 5.30 बजे श्रीनगर पहुंच गए थे और 23 अप्रैल को एक सुरक्षा बैठक की गई और इसकी पुख्ता व्यवस्था की गई कि नृशंस हत्या करने वाले हत्यारे देश छोड़कर भागने न पाएं. उन्होंने कहा, “पूरी छानबीन और वैज्ञानिक तरीकों से यह पुष्टि की गई कि इन तीनों आतंकवादियों ने ही 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 निर्दोष लोगों की जान ली थी.”यह भी पढ़ेंः ऑपरेशन सिंदूर पर जवाब देने नहीं आए PM मोदी तो विपक्ष ने किया हंगामा, राज्यसभा में अमित शाह-खरगे में जमकर बहस