करगिल युद्ध के पूर्व सैनिक हकीमुद्दीन शेख ने आरोप लगाया कि पुणे में उनके परिवार को आधी रात को नागरिकता साबित करनी पड़ी. हकीमुद्दीन शेख ने कहा, 'मैंने करगिल युद्ध में देश के लिए लड़ा है. मेरी पूरी जिंदगी इस देश को समर्पित रही है. आज मेरे परिवार को अपनी नागरिकता साबित करनी पड़ रही है. ये बहुत शर्मनाक है.'