तकनीक के इस दौर में जहां इंसान और मशीन के बीच की दूरी लगातार घटती जा रही है, वहीं ब्राजील की रहने वाली और अब रोम (इटली) में बसी 55 वर्षीय आंद्रेआ की कहानी ने भावनाओं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के रिश्तों को लेकर नई बहस छेड़ दी है.