जरूरत की खबर- मानसून में बीमारियों से बचाएंगे ये सुपरफूड्स:जानें इस मौसम में क्या खाने से करें परहेज, अपनाएं 5 हेल्दी आदतें

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बारिश की रिमझिम फुहारें भले ही गर्मी से राहत देती हों, लेकिन ये मौसम कई बीमारियों को भी साथ लेकर आता है। हवा में बढ़ी नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव की वजह से इस दौरान वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम, पेट दर्द, फूड पॉइजनिंग जैसी दिक्कतें आम हो जाती हैं। इसकी असल वजह हमारी कमजोर होती इम्यूनिटी है। अगर समय रहते खानपान पर ध्यान न दिया जाए तो मामूली इन्फेक्शन भी बड़ी परेशानी बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप इस मौसम में ऐसा खाएं जो नेचुरल हो, डाइजेस्ट होने में आसान हो और शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाए। तो चलिए, जरूरत की खबर में जानते हैं कि मानसून में इम्यून सिस्टम को कैसे मजबूत बनाएं? साथ ही बात करेंगे कि- एक्सपर्ट: अमृता मिश्रा, सीनियर डाइटीशियन, नई दिल्ली सवाल- बदलता मौसम हमारी इम्यूनिटी पर क्या असर डालता है? जवाब- मानसून में तापमान गिरने और नमी बढ़ने से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीरे हो जाता है। यानी खाना पचने की गति कम हो जाती है। नतीजतन, शरीर को उतनी एनर्जी नहीं मिल पाती जितनी जरूरत होती है। इससे थकान, भारीपन, गैस, अपच और भूख न लगने जैसी दिक्कतें होने लगती हैं। कमजोर मेटाबॉलिज्म का सीधा असर इम्यून सिस्टम पर भी पड़ता है, जिससे शरीर इन्फेक्शन से जल्दी घिर सकता है। साथ ही इस मौसम में बैक्टीरिया और वायरस तेजी से पनपते हैं, जो आसानी से इन्फेक्शन फैलाते हैं। जब इम्यून सिस्टम कमजोर होता है तो हल्की सी लापरवाही से सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी, गले की खराश या स्किन एलर्जी जैसी समस्याएं जल्दी पकड़ लेती हैं। सवाल- मानसून में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कौन से फूड्स फायदेमंद हैं? जवाब- कुछ फल, सब्जियां, अनाज, दालें और नट्स ऐसे होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में खास भूमिका निभाते हैं। इनमें जरूरी विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइबर होता है। यह शरीर को अंदर से ताकत देता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। इन्हें रोजाना डाइट में शामिल करने से न केवल पाचन अच्छा रहता है, बल्कि मौसम बदलने पर होने वाले सर्दी-जुकाम, बुखार और पेट की दिक्कतों से भी बचाव होता है। इन्हें नीचे दिए ग्राफिक में देखिए- सवाल- इन फूड्स को खाने का सही तरीका क्या है? जवाब- मानसून में खाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है उसे सही तरीके से खाना। नमी और गर्माहट के चलते इस मौसम में खाने में जल्दी बैक्टीरिया पनपते हैं। इसलिए हर चीज को साफ-सुथरा और सुपाच्य बनाकर खाना चाहिए। फल- अमरूद, पपीता, सेब जैसे फल ताजे और पूरी तरह धोकर खाएं। बेहतर होगा कि छिलका हटाकर या अच्छी तरह रगड़कर धोने के बाद ही खाएं, ताकि बिल्कुल गंदगी न रहे। सब्जियां- गाजर, भुट्टा (मक्का), भिंडी जैसी सब्जियों को हल्का उबालकर या भाप में पकाकर खाएं। इससे ये नरम हो जाती हैं। साथ ही जल्दी पचती हैं और इनमें मौजूद बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। अनाज और दलिया- ओट्स, दलिया, मूंग दाल जैसी चीजें अच्छी तरह पकाकर और गर्म खानी चाहिए। ये हल्की होती हैं और पाचन में मदद करती हैं। बासी या अधपकी चीजों से बचें। ड्राई फ्रूट्स और सीड्स- खजूर और अंजीर को थोड़े गुनगुने पानी में भिगोकर खाना सबसे बेहतर होता है, इससे ये मुलायम हो जाते हैं और आसानी से पचते हैं। सवाल- मानसून में कौन से फूड्स से परहेज करना चाहिए? जवाब- मानसून में खाने-पीने को लेकर थोड़ी सी लापरवाही भी सेहत पर भारी पड़ सकती है। इस मौसम में नमी और गंदगी के कारण फूड आइटम जल्दी खराब होते हैं और उनमें हानिकारक बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। ऐसे में कुछ चीजें खाने से न सिर्फ पाचन बिगड़ सकता है, बल्कि फूड पॉइजनिंग और इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि हम यह समझे कि किन फूड्स से इस मौसम में दूरी बनाना ही समझदारी है। सवाल- बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी मजबूत रखने के लिए क्या खास ध्यान रखना चाहिए? जवाब- बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी सामान्य लोगों की तुलना में कमजोर होती है, इसलिए मानसून में उनका खास ख्याल रखना जरूरी है। इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखने के लिए नीचे कुछ जरूरी बातें अपनानी चाहिए। बच्चों के लिए बुजुर्गों के लिए सवाल- खाने के अलावा कौन-सी आदतें इम्यूनिटी को मजबूत करती हैं? जवाब- सिर्फ अच्छा खाना ही नहीं, बल्कि कुछ रोज की आदतें भी हमारी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाती हैं। जैसेकि- ……………. ये खबर भी पढ़ें… जरूरत की खबर- मानसून में बढ़ते डेंगू के मामले:इन 10 लक्षणों को न करें नजरअंदाज, हो सकता है डेंगू, बचाव के लिए 9 जरूरी सावधानियां बारिश के मौसम में डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। भारत में साल 2024 में डेंगू के कुल 2,33,519 केस दर्ज हुए। इनमें से 297 लोगों की मौतें हुईं। इससे समझा जा सकता है कि डेंगू एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। पूरी खबर पढ़िए...