भारतीय सेना के उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की और उन्हें ‘ऑपरेशन महादेव’ की पूरी जानकारी दी. इस दौरान उनके साथ 15वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव भी मौजूद थे.उपराज्यपाल ने सुरक्षाबलों को दी बधाईउपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ऑपरेशन महादेव की सफलता के लिए भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस को बधाई दी. उन्होंने इस ऑपरेशन को साहस और समर्पण का प्रतीक बताया.तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों का खात्माइस चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन के दौरान दाचीगाम जंगल क्षेत्र में हुए मुठभेड़ में पहलगाम आतंकी हमले के लिए ज़िम्मेदार तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया गया. यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है.दक्षिण कश्मीर में महीनों से चल रहा था तलाशी अभियानलेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने बताया कि बीते कुछ महीनों से दक्षिण कश्मीर से लेकर दाचीगाम के वन क्षेत्रों में तलाशी अभियान चल रहा था. क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की लगातार सूचनाएं मिल रही थीं.विशेष खुफिया सूचना के आधार पर हुई कार्रवाईहाल ही में प्राप्त विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर विशेष टीमों को सक्रिय किया गया. इसके बाद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर खुफिया एजेंसियों की मदद से एक संयुक्त अभियान चलाया, जिसका परिणाम तीन आतंकियों के खात्मे के रूप में सामने आया.ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकी कौन? 'ऑपरेशन महादेव' के तहत सुलेमान उर्फ फैजल, अफगान और जिब्रान सेना और सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में मारे गए. सुलेमान लश्कर ए तैयबा का कमांडर था. पहगाम हमले में और गगनगीर आतंकी हमले में सुलेमान शामिल था, इसके कई सबूत हमारी एजेंसियों के पास हैं. इसी के साथ ही अफगान लश्कर ए तैयबा का आतंकवादी था और जिब्रान भी आतंकवादी था.