बीते दिन (बुधवार) सुबह 4.54 बजे रूस के पूर्वी प्रायद्वीप कामचटका में दुनिया का छठा सबसे बड़ा भूकंप दर्ज किया गया है. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की मानें तो भूकंप की तीव्रता 8.8 थी. रॉयटर्स का कहना है कि कामचटका में पांच मीटर ऊंची सुनामी की लहरें आई हैं. इस वजह से वहां पर इमारतों को नुकसान हुआ है. इस भूकंप की वजह से अमेरिका, जापान, न्यूजीलैंड जैसे देशों तक सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी. वहीं जापान और अमेरिका में तो समुद्र की ऊंची लहरें आई भी हैं. 2011 में जापान में आए भूकंप बाद यह 8.8 तीव्रता का भूकंप अब तक तक से सबसे बड़े भूकंप में से एक है. जापान के भूकंप में तो 50 फीट ऊंची सुनामी की लहरें आई थीं, जिसने फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को तबाह कर दिया था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रूस का एक एक शहर जिसे रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है. यहां पर भूकंप आने का मतलब होता है कि सुनामी आएगी ही आएगी. चलिए जानें कि वह कौन सा शहर है.रूस का कौन सा शहर संवेदनशीलरूस का वह संवेदनशील शहर कामचटका ही है, जहां बीते दिन भूकंप आया था. रूस के सुदूर पूर्व में स्थित 1250 किलोमीटर लंबे उत्तरी प्रशांत महासागर में फैले कामचटका प्रायद्वीप के आसपास के क्षेत्र में कई बड़े भूकंप आए हैं. 2020, 2006, 1959, 1952 और 1923 में बड़े भूकंप दर्ज किए गए, जिनमें से लगभग सभी की वजह से सुनामी आई थी. 1841 और 1737 में आए भूकंप-सुनामी के भी रिकॉर्ड मौजूद हैं, हालांकि उन घटनाओं के बारे में बहुत विस्तार से जानकारी नहीं है.कामचटका को क्यों कहते हैं रिंग ऑफ फायरप्रायद्वीप का दक्षिणी भाग उस क्षेत्र के ऊपर स्थित है, जहां पैसिफिक प्लेट अपने उत्तर में ओखोटस्क माइक्रोप्लेट के नीचे की ओर धंस रही है या फिर खिसक रही है. कामचटका के तट से दूर समुद्र तल पर कुरील-कामचटका ट्रेंच स्थित है, जो इसी धंसने की वजह से बना है. अनुमान है कि यह ट्रेंच अपने सबसे गहरे प्वाइंट पर लगभग 10 किमी गहरा है. इन्हीं टेक्टॉनिक गतिविधियों की वजह से यह क्षेत्र भूकंप के लिहाज से अस्थिर है. पैसिफिक प्लेट जैसे-जैसे ओखोटस्क प्लेट के नीचे लगभग 86 मिमी प्रति वर्ष की दर से घूमती है, तो मेगाथ्रस्ट बाउंड्री ट्रिगर पर होने वाले विखंडन से समय-समय पर भूकंप आते हैं और प्रशांत महासागर में सुनामी आती है.कहां तक फैला है रिंग ऑफ फायरकामचटका रिंग ऑफ फायर का हिस्सा है, क्योंकि यह भूगर्भीय रूप से सक्रिय क्षेत्र है और अपने लगातार भूकंपों और ज्वालामुखी विस्फोटों के लिए जाना जाता है. यह घोड़े की नाल के आकार का क्षेत्र है, जो कि प्रशांत महासागर को घेरे हुए है और टेक्टोनिक प्लेटों की स्पीड और परस्पर क्रिया के कारण तीव्र भूकंपीय गतिविधि से इसकी पहचान है. यह रिंग अमेरिका, इंडोनेशिया, मैक्सिको, जापान, कनाडा, ग्वाटेमाला, रूस, चिली, पेरू और फिलीपींस सहित 15 से अधिक देशों तक फैली हुई है.यह भी पढ़ें: जापान खड़ी कर रहा समुद्र के किनारे दीवार, क्या वाकई इससे शहर को बनाया जा सकता है सुनामी प्रूफ?