लोकसभा में सत्ता पक्ष की ओर से तालियों की गड़गड़ाहट और विपक्ष की ओर से हंगामे के बीच अमित शाह ने कहा कि 22 मई को इस घटना से जुड़ा ह्युमन इंटेलिजेंस IB के पास आया था. इससे दाची गांव क्षेत्र के अंदर आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली. आतंकियों का सिग्नल कैप्चर करने के लिए हमारे जवान, IB ऑफिसर 22 मई से 22 जुलाई तक पहाड़ की ऊंचाइयों में घुमते रहे.