जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने वहां के पर्यटन उद्योग को गहरी चोट पहुंचाई है. इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिसमें ज्यादातर पर्यटक थे. केंद्र सरकार ने लोकसभा में बताया कि इस घटना के बाद पर्यटकों की संख्या में भारी कमी आई है, लेकिन आर्थिक नुकसान का कोई औपचारिक आकलन अभी तक नहीं किया गया है.केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'पहलगाम हमले के बाद पर्यटकों की संख्या घटी है. जम्मू-कश्मीर पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में 2.35 करोड़ घरेलू और 65,452 विदेशी पर्यटक आए थे, जबकि 2025 के पहले 6 महीने में 95.9 लाख घरेलू और 19,570 विदेशी पर्यटक आए.' उन्होंने बताया कि पर्यटन पर निर्भर स्थानीय लोगों के नुकसान का अध्ययन नहीं हुआ है.अप्रैल से अगस्त तक 25 लाख पर्यटकपहलगाम, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और अमरनाथ यात्रा के लिए प्रसिद्ध है, अब खाली-खाली नजर आता है. स्थानीय होटल मालिक जावेद ने कहा, 'हमारा होटल मई तक भरा था, लेकिन अब हमें 4 लाख रुपये की बुकिंग रद्द करनी पड़ी.' जम्मू-कश्मीर होटल्स एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बबार चौधरी ने बताया, 'अप्रैल से अगस्त तक 25 लाख पर्यटक आते हैं, लेकिन इस साल 90% बुकिंग रद्द हो गईं.''चलो कश्मीर' अभियान शुरूसरकार पर्यटकों का भरोसा जीतने के लिए कई कदम उठा रही है. शेखावत ने कहा, 'हम स्वदेश दर्शन, प्रशाद और अन्य योजनाओं के तहत पर्यटन ढांचे को मजबूत कर रहे हैं.' जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 'चलो कश्मीर' अभियान शुरू किया और देशभर में 200 से अधिक पर्यटन हितधारकों से मुलाकात की. 16 पर्यटन स्थल फिर से खोले गए हैं और नई ट्रेन सेवा से श्रीनगर अब देश के अन्य हिस्सों से जुड़ गया है. स्थानीय शिकारा चालक परवेज ने कहा, 'नई ट्रेन सेवा से पर्यटक बढ़ रहे हैं, लेकिन पहले जैसी रौनक अभी नहीं है.' सरकार का दावा है कि ये प्रयास धीरे-धीरे रंग लाएंगे.ये भी पढ़ें:- 'एक बार भी ये नहीं पूछा कि दुश्मन के कितने फाइटर जेट मार गिराए', ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राहुल गांधी पर राजनाथ सिंह का तंज