मंत्री ने बताया कि सरकारी कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों के 12,895 पद स्वीकृत हैं।इनमें केवल 5,397 ही भरे हैं। रिक्त पदों पर अतिथि विद्वानों को रखकर अध्यापन का काम कराया जा रहा है। सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल एवं क्रीड़ा अधिकारी के रिक्त पदों के विरुद्ध अतिथि विद्वानों को दो हजार रुपये प्रति दिवस एवं अधिकतम पचास हजार रुपये माह का मानदेय भुगतान किया जाता है।