थकान और मानसिक बोझ से जूझ रही एक मां ने अनोखा रास्ता अपनाया है, उसने ChatGPT को अपना सहायक 'को-पैरेंट' बना लिया है. 33 वर्षीय लिलियन श्मिट, जो ज़्यूरिख (स्विट्ज़रलैंड) की एक कॉर्पोरेट ब्रांड स्ट्रैटेजिस्ट हैं, बताती हैं कि वह थकावट भरी दिनचर्या से परेशान थीं.