इस दिन ग्रामीण इलाकों में लोग दूध, फल, चंदन इत्यादि लगाकर नाग की फोटो और घरों में नाग देवता की मूर्ति का विधि पूर्वक पूजन करते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जिन जातकों की जन्म कुण्डली में कालसर्प योग नामक दुर्योग होता है उस दुर्योग की शांति भी नागपंचमी के दिन की जाती है।