रिलेशनशिप एडवाइज- सास हर बात पर टोकती है:पति को मेरे लिए स्टैंड लेना चाहिए, पर वो तो राजा बेटा है, खुद को कैसे प्रोटेक्ट करूं

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सवाल: मैं एक साल से शादीशुदा हूं और अपने ससुराल वालों के साथ एक संयुक्त परिवार में रहती हूं। मेरी सास हमारे रिश्ते में लगातार हस्तक्षेप करती हैं, मेरे खाना पकाने, कपड़े पहनने और यहां तक कि मेरे पति के साथ बातचीत करने पर भी आलोचना करती हैं। मेरा पति अपनी मां से प्यार करता है और उन्हें परेशान नहीं करना चाहता है। इसलिए वह उनका सामना करने से बचता है। इससे हमारे बीच तनाव बढ़ रहा है और मुझे लगता है कि मेरी बात अनसुनी रह जाती है। मैं इस मसले पर कैसे बात करूं कि परिवार में कलह न पैदा हो? मैं चाहती हूं कि मेरा पति मेरे पक्ष में खड़ा हो, क्या मेरा ये उम्मीद करना गलत है? एक्सपर्ट: डॉ. जया सुकुल, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, दिल्ली जवाब: आपने अपनी परेशानी साझा की और मैं समझ सकती हूं कि आप इस समय कितना उलझन में हैं। शादी के एक साल बाद भी संयुक्त परिवार में ढलना आसान नहीं होता, खासकर जब सास का हस्तक्षेप और पति का चुप रहना आपके लिए तनाव का कारण बन रहा हो। आपने बताया कि आपकी सास आपके खाना पकाने, कपड़े पहनने और यहां तक कि पति के साथ बातचीत तक में टिप्पणी करती हैं। ऊपर से आपका पति अपनी मां से प्यार के चलते कुछ बोलने से बचता है। इससे आपको लगता है कि आपकी बात कोई नहीं सुन रहा। आप चाहती हैं कि आपका पति आपके साथ खड़ा हो और यह सोच रही हैं कि क्या यह उम्मीद करना गलत है। चलिए इस परेशानी को एक-एक करके सुलझाते हैं। आपकी भावनाएं गलत नहीं हैं सबसे पहले तो यह स्वीकार करिए कि आप जो महसूस कर रही हैं, वह बिल्कुल ठीक है। कोई हर वक्त आपके काम में कमी निकाले तो दुख होना स्वाभाविक है। आप नई बहू हैं, नए घर में अपनी जगह बना रही हैं और ऐसे में सास की हर बात पर टोकाटाकी परेशान कर सकती है। यह भी सच है कि पति का चुप रहना आपको और अकेला महसूस कराता है। शादी के शुरुआती साल वैसे भी मुश्किल होते हैं, आप एक नया रिश्ता बना रही हैं, नए लोगों के साथ तालमेल बिठा रही हैं। ऐसे में अगर आपको गुस्सा, दुख या बेचैनी हो रही है तो खुद को दोष न दें। यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि आप अपने रिश्ते और परिवार को बेहतर करना चाहती हैं। अपने पति से ये बात कैसे बताएं? आपकी परेशानी का सबसे बड़ा हिस्सा यह है कि आपका पति कुछ बोलता नहीं। लेकिन घबराइए मत, इसे ठीक करने का तरीका है, बातचीत। अपने पति से खुलकर बात करना इस समस्या को सुलझाने की पहली सीढ़ी है। यह बात ऐसी होनी चाहिए कि न वो परेशान हों, न सास नाराज हों और न ही घर में कोई लड़ाई हो। कुछ आसान तरीके देखिए- 1. सही समय चुनें रात को खाने के बाद या वीकेंड पर, जब आप दोनों अकेले हों, तब बात शुरू करें। माहौल शांत हो, कोई जल्दी न हो ताकि आप आराम से अपनी बात कह सकें। 2. प्यार से रखें अपनी बात यह ध्यान रखें कि कहीं सास के कारण आप दोनों के बीच चीजें न बिगड़ जाएं। इसलिए गुस्से में बात न करें। बताएं कि आप सास के प्रति सम्मान का भाव रखती हैं, लेकिन उनके बेवजह दखल से दिक्कत हो रही है। 3. पति की परेशानी समझें आपका पति अपनी मां को दुखी नहीं करना चाहता, यह उसका प्यार है। इसे स्वीकार करें। इसके बावजूद उन्हें स्पष्ट तौर पर बताएं कि आप उनकी मां के खिलाफ नहीं हैं, बस चाहती हैं कि आप दोनों मिलकर कुछ तय करें। 4. साथ मिलकर रास्ता निकालें अपने पति को बताएं कि आपको अपनी सास की कौन-कौन सी बातें असहज करती हैं। इसके बाद दोनों लोग मिलकर एक रास्ता निकालें कि किस तरह उनको ये बात समझाई जाए, ताकि उनको इससे तकलीफ न हो। कुछ सीमाएं जरूरी हैं हर रिश्ते में एक लकीर होनी चाहिए, जिससे पता चले कि कहां तक किसी का दखल ठीक है और कहां से परेशानी शुरू होती है। संयुक्त परिवार में यह और भी जरूरी है। आप और आपका पति मिलकर अपनी सास के साथ कुछ सीमाएं तय कर सकते हैं। यहां देखिए कैसे- क्या पति से साथ मांगना गलत है? नहीं, बिल्कुल नहीं। आप यह चाहती हैं कि आपका पति आपके साथ खड़ा हो और यह हर शादीशुदा जोड़े का हक है। शादी में पति-पत्नी एक-दूसरे के लिए ढाल बनते हैं। आपका यह सोचना गलत नहीं कि वो आपकी भावनाओं को समझे और आपका साथ दे। लेकिन यह भी सच है कि वो अपनी मां से प्यार करता है और उन्हें दुखी नहीं करना चाहता। यहां उन्हें बीच का रास्ता निकालना होगा। आप उन्हें यह समझा सकती हैं कि आपका साथ देना मां के खिलाफ जाना नहीं है, बल्कि आप दोनों के रिश्ते को मजबूत करना है। क्या करें कि सास के साथ रिश्ता न बिगड़े सास-बहू के रिश्ते को लेकर समाज में टैबू है। कई मामलों में ये चीजें सही भी होती हैं। इसके बावजूद अगर सलीके से बैठकर अपनी बातें रखी जाएं तो बात बन सकती है। अगर बात न बने तो क्या करें? अगर सारी कोशिशों के बाद भी तनाव कम न हो तो किसी फैमिली काउंसलर से मिलने में न हिचकें। कोई बाहर का इंसान आपकी बात को नई नजर से देख सकता है और रास्ता बता सकता है। यह आपके रिश्ते को बचाने का एक अच्छा कदम हो सकता है। पति को समझाएं अपनी बात आपकी परेशानी बड़ी लग रही होगी, पर यह हल हो सकती है। अपने पति से प्यार और सम्मान के साथ बात करें। सास के साथ मिलकर कुछ काम करें। आपका यह चाहना कि पति आपका साथ दे, बिल्कुल सही है। बस उन्हें अपनी मजबूरी भी समझने दें। आप अकेली नहीं हैं, हर संयुक्त परिवार में ऐसी बातें होती हैं और सही तरीके से कोशिश करने से सब ठीक हो जाता है। धीरे-धीरे, प्यार और समझदारी से, आप अपने घर में शांति और खुशी ला सकती हैं। हिम्मत रखें, सब अच्छा होगा। खुद फाइंनेंशियली मजबूत बनें भारत में सामाजिक ढांचा ही ऐसा है कि महिलाओं को लेकर लोगों के बीच इन्फीरियोरिटी है। आपने सवाल में ये नहीं बताया है कि आप वर्किंग हैं या नहीं। अगर आप वर्किंग नहीं हैं तो सबसे पहले अपनी पढ़ाई, स्किल और पसंद की कोई जॉब खोजिए। हमें अपने फैसले लेने की अथॉरिटी और ताकत फाइंनेंशियली मजबूत होने से मिलती है। इसके बाद आप ज्यादा आजादी से अपने मन के काम कर पाएंगी, खुद के लिए फैसले ले पाएंगी। .......................... ये खबर भी पढ़ें रिलेशनशिप एडवाइज- हम शादी करने वाले थे: तभी पता चला, पार्टनर को क्रॉनिक डिजीज है, अब डर भी है, गिल्ट भी, शादी करूं या नहीं एक तरफ आप अपने पार्टनर से बहुत प्यार करती हैं और उनके साथ जिंदगी बिताना चाहती हैं और दूसरी तरफ भविष्य की जिम्मेदारियों का डर भी आपको परेशान कर रहा है। यह आसान फैसला नहीं है। पूरी खबर पढ़िए...