उनकी आवाज गूंजी 'बिहार रेजिमेंट आगे बढ़ों' और इन शब्दों के बाद उनके साथी जवानों ने हौसला नहीं खोया और आगे बढ़ते चले गए। उनकी शहादत की खबर जब परिवार और देश तक पहुंची, तो आंसुओं के साथ गर्व भी था। उनकी बेटी के द्वारा दी गई सैल्यूट की तस्वीरें पूरे देश में प्रेरणा बन गईं। उनके मरणोपरांत उन्हें महावीर चक्र से नवाजा गया।