इस इंजन को वैक्यूम डीजल एनसीआर लोको शेड द्वारा लंबे समय तक संरक्षित रखा गया। इसके बाद इसे 23 जुलाई को धौलपुर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन लाया गया और स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर विशेष रूप से सजाकर प्रदर्शित किया जाएगा। नैरो गेज पटरियों पर चलने वाले इस इंजन की चौड़ाई मात्र 762 मिमी होती है, जो सामान्य ब्राड गेज की तुलना में बहुत कम है।