भारत के लोग जब दूसरे देशों में व्यापार, शिक्षा या घूमने के मतलब से जाते हैं तो भारत के करेंसी रुपये की बाकी देशों की करेंसी से तुलना जरूर करते हैं. जब हम रुपये, डॉलर या यूरो की बात करते हैं, तो कुछ देशों की मुद्राएं इतनी कमजोर हैं कि उनकी कीमत लगभग न के बराबर है. आज हम आपको बताएंगे की दुनिया में सबसे कमजोर मुद्रा किस देश की है. किस देश की मुद्रा सबसे कमजोरफोर्ब्स की 2024 की आर्थिक रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया में ईरान एक ऐसा देश है जिसकी मुद्रा सबसे कमजोर है. यहां कि मुद्रा भारत के रुपये के मुकाबले 500 गुना ज्यादा कमजोर है. ईरान में 100 रुपये कन्वर्ट करने पर 48,810.46 रियाल मिलेंगे. वहीं, 1000 रुपये कंवर्ट करने पर 4,88,104.59 रियाल मिलेगा. है ना हैरान करने वाली बात?वियतनाम का क्या है हालइस देश के मुद्रा के सबसे कमजोर होने का कारण ईरान परमाणु कार्यक्रम और ईरान-इराक युद्ध को माना जाता है. इस युद्ध की वजह से ईरान में वित्तीय संकट और अन्य राजनीतिक अशांति पैदा हुई थी. इसके अलावा वियतनाम की करेंसी भी भारतीय मुद्रा के मुकाबले कमजोर है. यहां 1 INR = 299 VND वियतनामी डोंग है. इसके अलावा सिएरा लियोनियन लियोन, लाओ या लाओटियन किप, इंडोनेशियाई रुपिया और उज्बेकिस्तान सोम भी भारतीय रुपये के मुकाबले काफी कमजोर हैं. क्यों कमजोर होती है करेंसीउच्च मुद्रास्फीति, राजनीतिक अस्थिरता, विदेशी मुद्रा भंडार की कमी, और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध या खराब आर्थिक नीतियां. ये न केवल मुद्रा को कमजोर करते हैं, बल्कि आम लोगों के जीवन को भी प्रभावित करते हैं.इसे भी पढ़ें- फ्रेंच फ्राई के लिए दुनिया में कहां सबसे ज्यादा पैदा होता है आलू? होश उड़ा देगा यह आंकड़ा