I.N.D.I.A ब्लॉक के सांसदों ने गुरुवार को संसद में बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने एक पोस्टर पकड़ा हुआ था, जिस पर लिखा था- "SIR लोकतंत् र पर वार"...। भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रदर्शन की तस्वीर अपने X हैंडल पर पोस्ट की है। साथ ही लिखा है- जिन्हें लोकतंत्र लिखना तक नहीं आता, वो लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने निकले हैं। दरअसल, I.N.D.I.A ब्लॉक के पोस्टर में लोकतंत्र शब्द टूटा हुआ लिखा था। लोकतंत् र। इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने इस पर तंज कसा। BJP ने यह तस्वीर शेयर की है... क्या वाकई गलत लिखा है 'लोकतंत् र' हिंदी व्याकरण के अनुसार 'लोकतंत् र' पूरी तरह गलत नहीं है। क्योंकि यह संयुक्त व्यंजन (संयुक्ताक्षर) से जुड़ाहै। जब दो व्यंजन आपस में जुड़कर एक नया अक्षर बनाते हैं, तो उसे संयुक्ताक्षर कहा जाता है। हिंदी व्याकरण के अनुसार 'लोकतंत् र' पूरी तरह गलत नहीं है। क्योंकि यह संयुक्त व्यंजन (संयुक्ताक्षर) से जुड़ाहै। जब दो व्यंजन आपस में जुड़कर एक नया अक्षर बनाते हैं, तो उसे संयुक्ताक्षर कहा जाता है। जो पोस्टर में लिखा है, उसमें त+हलन्त (्), यानी बिना स्वर के त है। जब 'त्' (व्यंजन के रूप में) और 'र' जुड़ते हैं, तो वे मिलकर 'त्र' नामक संयुक्ताक्षर बनाते हैं। देवनागरी लिपि में इसे अलग से एक वर्ण माना जाता है। बिहार SIR विवाद को ग्राफिक्स में समझिए... चौथे दिन लोकसभा केवल 12 मिनट चली संसद के मानसून सत्र का गुरुवार को चौथा दिन रहा। सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसद बिहार वोटर वेरिफिकेशन मामले पर हंगामा करने लगे। कांग्रेस सहित कई विपक्षी सांसद वेल में आकर पोस्टर लहराने लगे। स्पीकर ओम बिरला ने कहा- तख्तियां लेकर आने पर सदन नहीं चलेगा। उन्होंने कांग्रेस सांसदों से कहा- ये आपके संस्कार नहीं हैं। हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही आज सिर्फ 12 मिनट चल सकी। इसे शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं राज्यसभा की कार्यवाही सिर्फ 1:45 मिनट चल पाई। पढ़ें पूरी खबर...