Mandi News: कृतिका ने बताया कि उन्हें यह प्रेरणा अपने पिता राजेंद्र कुमार, ताया, चाचा और अन्य पुरुष परिजनों से मिली. खास बात यह है कि कृतिका के इस संकल्प को न सिर्फ परिवार ने खुले दिल से स्वीकारा, बल्कि उन्हें पूरा समर्थन और प्रोत्साहन भी दिया. इस बार भी वे अपने पिता और गांव के अन्य कांवड़ियों के साथ यात्रा पर रवाना हुई.