दोनों देशों के बीच सालाना व्यापार 34 अरब डॉलर बढ़ेगा. इस डील के तहत 2030 तक व्यापार को 120 अरब डॉलर तक पहुंचाना है. इससे आम लोगों को भी फायदा होगा, जिसमें ब्रिटेन से आने वाले कुछ चीजों के रेट घट जाएंगे.