मौत को जीवन का अंत माना जाता है और यह सच भी है. जब से धरती पर जीवन है, तब से इंसान जन्म और मृत्यु के चक्रव्यूह में उलझा हुआ है. दुनिया में जो भी मर गया, उसके लिए संसार समाप्त हो जाता है, रिश्ते-नाते सबकुछ खत्म हो जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कई बार मृतक इंसानों को दोबारा जिंदा करने की कोशिश की जा चुकी है. आप सोच रहे होंगे कि क्या ये वही तो नहीं जो अक्सर खबरों में सुनने को मिलता है कि इंसान मर के कुछ देर बाद फिर से जिंदा हो गया? लेकिन यहां हम उसके बारे में नहीं बता रहे हैं. चलिए जानें कि कब कब मृतक इंसान को दोबारा जिंदा करने की कोशिश की गई.दोबारा से जिंदा हो सकता है मरा हुई इंसानप्राचीन समय में कई बार यह सुनने को मिला है कि फलां शख्स को दोबारा जिंदा करने की कोशिश की गई थी. हालांकि इसको लेकर कोई तथ्य सामने नहीं आए हैं. हालांकि चिकित्सकीय रूप से मॉत व्यक्तियों को दोबारा से जिंदा करने के कई प्रयास किए गए हैं, खासतौर से क्रायोनिक्स और अन्य प्रयोग के जरिए. कुछ वक्त पहले एक नई रिसर्च में यह सामने आया था कि मरे हुए इंसान को दोबारा से जिंदा किया जा सकता है. एक अमेरिकी डॉक्टर ने प्रयोग करने के बाद कहा था कि मरे हुए शख्स को दोबारा से जीवित किया जा सकता है, लेकिन कैसे?डॉक्टर के अनुसार कैसे दोबारा जिंदा हो सकता है कोई शख्सन्यूयॉर्क में रिवरडेल में हिब्रू होम के मेडिकल डायरेक्टर का कहना था कि किसी शख्स के जीवन के आखिरी मिनट में विशेष सावधानी के साथ किए गए ऑपरेशन के बाद मृतक शख्स को दोबारा से जिंदा किया जा सकता है. उनका कहना था कि जो शख्स मृत्यु के करीब होता है वो दो चरणों से गुजरता है, पहले दिल धड़कना बंद हो जाता है, जिससे कि शरीर में ऑक्सीजन और खून की कमी हो जाती है, इसके करीब छह मिनट के बाद इंसान हमेशा के लिए मृत्यु को प्राप्त हो जाता है. डॉक्टर्स का कहना है कि उस दौरान दिमाग की कोशिकाएं भी मरने लगती हैं. ऐसे में छह मिनट के टाइम में अगर ऑपरेशन किया जाए तो इंसान दोबारा से जिंदा हो सकता है.अमेरिका में दोबारा जिंदा करने के लिए रखी गईं डेडबॉडीवहीं अमेरिका में भी मेडिकल साइंस के क्षेत्र में काम कर रहे वैज्ञानिक इस बात पर लगातार काम कर रहे हैं कि कैसे किसी मृत इंसान को जिंदा किया जा सकता है. अमेरिकी में जिस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, उसे क्रायोनिक्स कहा जाता है, एरिजोना में बने एक रिसर्च सेंटर में इस तकनीक के जरिए इंसान के दोबारा जिंदा होने की उम्मीद में कई सारी डेड बॉडीज को जिंदा रखा गया है. ऐसे में पुराने समय में कब कब इंसान को दोबारा से जिंदा करने की कोशिश की गई है, यह तो तय नहीं है. लेकिन अब मेडिकल साइंस इस पर काम कर रहा है.यह भी पढ़ें: कहीं चौराहे पर दी जाती है फांसी तो कहीं मारे जाते हैं कोड़े, इन देशों में ईशनिंदा पर मिलती है सबसे खतरनाक सजा