इन देशों में विदेशी छात्रों के लिए भी फ्री है एजुकेशन, स्कूल से यूनिवर्सिटी तक नहीं लगती कोई फीस

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आज के दौर में जब भारत समेत कई देशों में अच्छी शिक्षा लेना महंगा होता जा रहा है, ऐसे में दुनिया के कुछ देश ऐसे भी हैं जहां छात्रों को न केवल मुफ्त में पढ़ाई करने का मौका मिलता है, बल्कि कुछ मामलों में तो सरकार उन्हें पढ़ाई के दौरान सुविधाएं और सैलरी तक देती है. अगर आप भी विदेश जाकर पढ़ाई का सपना देख रहे हैं, लेकिन फीस को लेकर चिंता है, तो यह खबर आपके लिए है.फिनलैंडफिनलैंड की शिक्षा प्रणाली दुनिया में सबसे बेहतरीन मानी जाती है. यहां बैचलर्स, मास्टर्स और पीएचडी सभी स्तरों पर मुफ्त शिक्षा मिलती है. खासकर पीएचडी कर रहे छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ स्टाइपेंड यानी सैलरी भी दी जाती है. अगर कोई विदेशी छात्र यहां की स्वीडिश या फिनिश भाषा में कोर्स करता है, तो उसे भी फीस नहीं भरनी पड़ती.जर्मनीजर्मनी शिक्षा के मामले में दुनिया के टॉप देशों में गिना जाता है. यहां की सरकारी यूनिवर्सिटी में न केवल जर्मन स्टूडेंट्स, बल्कि विदेशी छात्रों से भी ट्यूशन फीस नहीं ली जाती है. सिर्फ नाममात्र की एडमिनिस्ट्रेशन फीस (लगभग 11,000 रुपये) ली जाती है, जो यूनिवर्सिटी सुविधाओं के रख-रखाव और छात्रों के भले के लिए होती है. जर्मनी में करीब 300 सरकारी यूनिवर्सिटीज हैं जो 1000 से ज्यादा कोर्स ऑफर करती हैं.नॉर्वेनॉर्वे भी छात्रों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है. यहां स्कूल से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई पूरी तरह मुफ्त है. यहां तक कि विदेशी छात्रों को भी इस सुविधा का लाभ मिलता है. हालांकि, यहां पढ़ाई करने के लिए नॉर्वेजियन भाषा आनी जरूरी है. यूनिवर्सिटीज छात्रों से केवल 30-60 यूरो प्रति सेमेस्टर एक सामान्य फीस लेती हैं, जिससे उन्हें हेल्थ, काउंसलिंग, स्पोर्ट्स और कैंपस की सुविधाएं दी जाती हैं.स्वीडनस्वीडन भी शिक्षा के मामले में दुनिया भर में मशहूर है. यहां यूरोपीय यूनियन और स्वीडन के स्थायी नागरिकों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है. हालांकि, अन्य विदेशी छात्रों को नाममात्र की ट्यूशन फीस देनी पड़ती है. खास बात ये है कि यहां पीएचडी की पढ़ाई विदेशी छात्रों के लिए भी पूरी तरह फ्री है, जिससे लाखों स्टूडेंट्स हर साल यहां एडमिशन लेते हैं.यह भी पढ़ें: सिर्फ टिकट बुक करने से नहीं मिलेगा रूस का वीजा, बैंक बैलेंस और जवाब दोनों चाहिए पक्के!