कलेक्टर ने सभी बच्चों और उनके पालकों की पूरी बात गंभीरता से सुनी। छात्रों ने बताया कि उनकी उम्र 13 वर्ष है और आठवीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। स्कूल के प्राचार्य उन्हें यह कहकर प्रवेश नहीं दे रहे कि जब तक वे 14 वर्ष के नहीं हो जाते, तब तक उन्हें नौवीं कक्षा में प्रवेश नहीं मिलेगा। छात्रों ने बताया कि ऐसे लगभग 22 विद्यार्थी है।