चीन के अलावा किन देशों के नागरिकों को वीजा नहीं देती भारत सरकार, जान लीजिए आज

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भारत सरकार का विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय वीजा नीतियों को नियंत्रित करते हैं.  भारत सभी देशों के नागरिकों को वीजा देने के लिए खुला है, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में वीजा देने से इनकार किया जा सकता है. भारत वीजा पर बैन विशिष्ट परिस्थितियों में जैसे सुरक्षा चिंताओं या कूटनीतिक तनाव के आधार पर करता है. तो सबसे पहले जान लेते हैं कि भारत कब और किन परिस्थितियों में वीजा पर लगाता है बैन और वो कौन से देश हैं जिसे भारत वीजा नहीं देता?कब वीजा नहीं देता भारतसुरक्षा और आतंकवाद से संबंधित चिंताएं:  भारत ने हाल के वर्षों में कुछ देशों के नागरिकों के लिए वीजा प्रक्रिया को सख्त किया है, खासकर उन देशों के लिए जिनसे आतंकवादी गतिविधियों का खतरा हो.  उदाहरण के लिए, पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के बाद भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सभी मौजूदा वीजा (डिप्लोमैटिक और ऑफिशियल वीजा को छोड़कर) 27 अप्रैल 2025 से रद्द कर दिए. इस दौरान भारत ने नए वीजा जारी करने पर अस्थायी रोक लगा दी थी. ऐसे में, जिन देशों के नागरिकों को आतंकवाद से जोड़ा जाता है या जिनके देश के साथ भारत के कूटनीतिक संबंध तनावपूर्ण हैं, उनके लिए वीजा प्रक्रिया अत्यंत सख्त हो सकती है या वीजा देने से मना किया जा सकता है.गैर-मान्यता प्राप्त देश:  भारत उन देशों के नागरिकों को वीजा जारी नहीं करता, जिन्हें वह आधिकारिक रूप से मान्यता नहीं देता. उदाहरण के लिए, ताइवान को भारत एक स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता नहीं देता बल्कि इसे चीन का हिस्सा मानता है. इसलिए, ताइवानी नागरिकों को भारत में प्रवेश के लिए विशेष अनुमति या चीन के पासपोर्ट के आधार पर वीजा लेना पड़ सकता है.विशेष परिस्थितियां और व्यक्तिगत आधार:  भारत सरकार कुछ व्यक्तियों को राष्ट्रीय सुरक्षा, आपराधिक रिकॉर्ड या अवैध गतिविधियों के आधार पर वीजा देने से मना कर सकती है भले ही उनका देश प्रतिबंधित न हो.  उदाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति ब्लैकलिस्ट है या उसका नाम भारत की सुरक्षा एजेंसियों की सूची में है तो उसे वीजा नहीं मिलेगा चाहे वह किसी भी देश का नागरिक हो.तनाव के आधार पर:  भारत उन देशों के लिए वीजा नियम सख्त रखता है जिनसे सुरक्षा खतरे या कूटनीतिक विवाद हैं. वर्तमान में पाकिस्तान और कुछ मामलों में बांग्लादेश के नागरिकों को वीजा प्राप्त करना सबसे मुश्किल है खासकर आतंकी हमलों के बाद. इन देशों को वीजा नहीं देता भारतभारत उन क्षेत्रों को देश के रूप में मान्यता नहीं देता जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त नहीं है जैसे कि ताइवान. इसलिए, भारत उन देशों के लिए वीजा जारी नहीं करता है. सिर्फ ताइवान ही नहीं ऐसे और भी देश हैं जिन्हें भारत मान्यता नहीं देता उसमें अब्काजिया का नाम शामिल है. इसी तरह कोसोवो को भी भारत मान्यता नहीं देता कोसोवो संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य देश है लेकिन भारत उसे मान्यता नहीं देता है.  पिछले दिनों जब भारत में वूमन वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप हुई तो भारत ने उसकी बॉक्सर को वीजा नहीं दिया, ये मामला बहुत चर्चित भी हुआ था. साउथ ओसेतिया भी जार्जिया का विवादित क्षेत्र है, उसने 1991 में खुद को अलग किया था. संयुक्त राष्ट्र संघ के साथ-साथ भारत भी उसे मान्यता नहीं देता है. अरब देश के सहरावी रिपब्लिक को भारत मान्यता नहीं देता.  भारत ताइवान को भी मान्यता नहीं देता. इसके साथ ही सोमालीलैंड को भी भारत मान्यता नहीं देता. वहीं भारत ने 2020 में कोविड आने के बाद चीनी नागरिकों के लिए सभी पर्यटक वीजा निलंबित कर दिए थे. हालांकि अब भारत ने चीनी नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा फिर से शुरू करने का फैसला किया है. ये भी पढ़ें- पासपोर्ट पावर इंडेक्स में भारत की बोली तूती, अब 59 देशों में वीजा फ्री एंट्री