चरन सिंह बहू पर गलत नजर रखता था। बेटे पुष्पेंद्र को इसकी भनक लग गई तो वह पत्नी के साथ मथुरा रहने लगा। होली पर जब वह घर आया तो पिता ने इस बात पर क्लेश किया कि अकेला क्यों आया।