Nara Lokesh on Rahul Gandhi: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बेटे और कैबिनेट मंत्री नारा लोकेश ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ की है. नारा लोकेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी की राजनीतिक समझ काफी विकसित हुई है और वह भारतीय राजनीति की बारीकियों और हर राज्य की विविधता को समझ रहे हैं क्योंकि भारत बहुत जटिल है. नारा लोकेश ने इंडिया टुडे के साथ इंटरव्यू में कहा कि राहुल गांधी को लोगों ने भारत जोड़ो यात्रा के फर्स्ट फेज के बाद सीरियस लिया. लोकेश से पूछा गया था कि आप अपने और राहुल गांधी के बीच कोई समानता देखते हैं. इस पर उन्होंने कहा कि नहीं, मैं ऐसा नहीं सोचता है. हम दोनों ही पूरी तरह अलग हैं. हमारे रास्ते अलग-अलग हैं और उनकी पार्टी नेशनल पार्टी है. राहुल गांधी बहुत आगे बढ़ चुके हैं: नारा लोकेशचंद्रबाबू नायडू के बेटे ने कहा, 'राहुल गांधी बहुत आगे बढ़ चुके हैं. मुझे लगता है कि वह धीरे-धीरे भारतीय राजनीति की बारीकियों और हर राज्य की विविधता को समझ रहे हैं क्योंकि भारत बहुत जटिल है. सच है और आप जानते हैं कि जब मैं आंध्र प्रदेश को देखता हूं तो हमारे पास 175 निर्वाचन क्षेत्र हैं और मैं सोचता रहता हूं कि हर निर्वाचन क्षेत्र अलग है. लोग बहुत अलग सोचते हैं, क्षेत्रीय चुनौतियां बहुत अलग हैं. इसलिए एक नेता के लिए उन बारीकियों को समझना बहुत जरूरी है.'PM मोदी भी गांवों में बिता चुके हैं रात: नारा लोकेशजब नारा लोकेश से पूछा गया कि आप दोनों ही राजनीतिक परिवार से आते हैं, इसलिए क्या आप लोगों ने संघर्ष ज्यादा नहीं किया तो इस पर उन्होंने कहा कि सघर्ष सबने किया है. यह सिर्फ राहुल जी या लोकेश की बात नहीं है, सबने किया. हर राजनेता की अपनी चुनौतियां होती हैं. उन्होंने कहा कि पदयात्रा के दौरान मैं पूरे दिन लोगों के साथ पैदल चलता था, लोगों से मिलता था, उनकी समस्याएं जानता था और शाम को दो घंटे अपने लोगों से गपशप करता था. आपको पता है कि माननीय प्रधानमंत्री ने भी अपने शुरुआती दिनों से भारत के 90% मंडलों में एक रात बिताई है. इसी तरह आप भारत को समझते हैं, इसी तरह आप भारत की जटिलताओं को समझते हैं, इसी तरह आप समझते हैं कि आप क्षेत्रीय आवश्यकताओं की सराहना करेंगे.नारा लोकेश ने निकाली थी आंध्र प्रदेश में पदयात्राबता दें कि नारा लोकेश ने आंध्र प्रदेश में 27 जनवरी 2023 को अपनी 'युवा गालम पदयात्रा' की शुरुआत की थी. करीब 4000 किमी की यह पदयात्रा 226 दिनों में पूरी हुई थी. इस पदयात्रा में नारा लोकेश 100 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरे थे. यह यात्रा जगन मोहन रेड्डी की सरकार के खिलाफ निकाली गई थी. उनका आरोप था कि जगन सरकार में गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार बहुत ज्यादा बढ़ गया था. उनकी इस यात्रा में नागरिक, राजनेता, एक्टिविस्ट, सिविल सोसायटी संगठन और कई सेलिब्रिटी शामिल हुए थे. इस यात्रा के बाद आंध्र प्रदेश में टीडीपी की सरकार की वापसी हो गई थी और उनके पिता चंद्रबाबू नायडू फिर से मुख्यमंत्री बने. भारत जोड़ो यात्रा में कितने किलोमीटर चले थे राहुल गांधी?राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. करीब 5 महीने तक चली इस पदयात्रा में राहुल गांधी अपनी पार्टी के कई नेताओं, कार्यकर्ताओं और सोशल एक्टिविस्ट के साथ कीब 4000 किलोमीटर पैदल चले. यह यात्रा तमिलनाडु के बाद केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, पंजाब, हिमाचल प्रदेश से होते हुए जम्मू-कश्मीर पहुंची थी, जहां श्रीनगर में 19 जनवरी, 2023 को इसका समापन किया गया था.