'अगर बंडारू दत्तात्रेय को उपराष्ट्रपति बनाया जाता है तो आपका गुनाह...', जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद रेवंत रेड्डी ने कर दी बड़ी मांग

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जगदीप धनखड़ ने सोमवार (21 जुलाई, 2025) को भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है, इस पर अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एक बयान दिया है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बुधवार (23 जुलाई, 2025) को कहा कि देश में हिंदी के बाद सबसे ज्यादा तेलुगु बोलने वाले लोग हैं. भारत का उपराष्ट्रपति तेलंगाना से होना चाहिए.तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी ने क्या कहा?सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि धनखड़ जी ने इस्तीफा क्यों दिया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन भारत का उपराष्ट्रपति तेलंगाना से होना चाहिए. पिछली बार चर्चा थी कि वेंकैया नायडू को राष्ट्रपति बनाया जाएगा, लेकिन अन्याय हुआ और उन्हें दिल्ली से वापस भेज दिया गया. एक तेलुगु भाषी व्यक्ति को उसके घर वापस भेज दिया गया. इसलिए, इसे ठीक करने के लिए बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा के राज्यपाल का कार्यभार सौंपा गया. जब वे केंद्रीय मंत्री थे, तब उनका पद जी. किशन रेड्डी को सौंप दिया गया था.'NDA पर OBC के साथ अन्याय करने का लगाया आरोपरेड्डी ने कहा, 'बंदी संजय तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष थे, लेकिन अब एक ब्राह्मण, रामचंदर राव को यह जिम्मेदारी दी गई है. इस प्रकार, दक्षिण में, विशेष रूप से तेलंगाना में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने सभी ओबीसी का गला काट दिया.'बंडारू दत्तात्रेय को बनाया जाए देश का उपराष्ट्रपति- रेवंत रेड्डीउन्होंने कहा, 'देश में हिंदी के बाद सबसे ज्यादा तेलगु बोलने वाले लोग है. हमारे लोगों के साथ अन्याय हुआ है, मैं NDA सरकार से मांग कर रहा हूं. बंदी संजय, दत्तात्रेय सबका गला काट दिया इसीलिए अगर बंडारू दत्तात्रेय को उपराष्ट्रपति बनाया जाता है, तो आपका गुनाह कुछ माफ हो जाएगा.'स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफाउल्लेखनीय है कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार (21 जुलाई, 2025) की शाम उपराष्ट्रपति पद से अपने इस्तीफे की घोषणा की. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेज दिया और कहा कि वह तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं.यह भी पढ़ेंः वोटर लिस्ट से काटे जाएंगे 56 लाख वोटर्स के नाम, चुनाव आयोग ने बिहार SIR पर जारी किए नए आंकड़े