Jagdeep Dhankhar resigns Live: भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित एक पत्र में कहा कि डॉक्टरों की सलाह और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के चलते वह संविधान के अनुच्छेद 67(क) के तहत अपना त्यागपत्र दे रहे हैं. अपने पत्र में धनखड़ ने राष्ट्रपति को सहयोग और सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद का भी उनके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए आभार जताया.धनखड़ का भावुक संदेशजगदीप धनखड़ ने अपने त्यागपत्र में संसद के सभी सदस्यों के स्नेह, विश्वास और सम्मान को जीवनभर की पूंजी बताया. उपराष्ट्रपति के रूप में अपने अनुभवों को याद करते हुए उन्होंने भारत के आर्थिक विकास और बदलाव के दौर का साक्षी बनने को सौभाग्य माना. उन्होंने भारत के उज्ज्वल भविष्य में अटूट विश्वास जताते हुए अपना पत्र समाप्त किया.कपिल सिब्बल ने जताई चिंता, बोले- हमारे बीच निजी स्तर पर था गहरा संबंधराज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा, "मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं. यह खबर मेरे लिए दुखद है क्योंकि मेरे और उनके बीच बहुत अच्छा संबंध रहा है. मैं उन्हें पिछले 30-40 वर्षों से जानता हूं. हम एक साथ कई मामलों में शामिल रहे हैं, कभी एक-दूसरे के खिलाफ, तो कभी साथ. हमारे बीच एक विशेष प्रकार की मित्रता रही है."सिब्बल ने आगे कहा, "हमारे राजनीतिक विचारों में भले ही मतभेद रहे हों, लेकिन निजी स्तर पर हमारी दोस्ती बेहद मजबूत रही है. वह हमारे पारिवारिक कार्यक्रमों में भी शामिल हुए हैं. जब भी मुझे संसद में बोलने का समय चाहिए होता, मैं उनके कक्ष में जाकर मिलता था और उन्होंने कभी मना नहीं किया. स्वतंत्र सांसद होने के बावजूद वे मुझे अपेक्षा से अधिक समय देते थे. मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूं."