देश में साक्षरता दर करीब 81 फीसदी हो गयी है और सरकार का लक्ष्य 100% साक्षरता दर की ओर आगे बढ़ने का है. संसद में पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने दी ये जानकारी.संसद में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने देश में साक्षरता की स्थिति पर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि भारत में 7 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग में साक्षरता दर 80.9% है. यह आंकड़ा 2023-24 की पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) की रिपोर्ट पर आधारित है, जिसे राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSSO) द्वारा तैयार किया गया है.कम साक्षरता के पीछे कई सामाजिक-आर्थिक कारणशिक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि देश में कम साक्षरता के पीछे गरीबी, लिंग भेद, सामाजिक असमानता जैसे कई कारण जिम्मेदार हैं. इन मुद्दों को दूर किए बिना शत-प्रतिशत साक्षरता हासिल करना चुनौतीपूर्ण है.राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में वयस्क शिक्षा पर जोरसरकार ने 100% साक्षरता को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 में वयस्क शिक्षा और आजीवन सीखने पर ज़ोर दिया गया है. नीति में साफ तौर से कहा गया है कि तकनीक के उपयोग और समुदाय की भागीदारी के माध्यम से वयस्क शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा जिससे की पूर्ण साक्षरता का लक्ष्य हासिल किया जा सके.95% या उससे अधिक साक्षरता को मानी जाती है पूर्ण साक्षरताजवाब देते हुए शिक्षा राज्य मंत्री ने जानकारी दी कि भारत में पूर्ण साक्षरता को यूनेस्को की परिभाषा के अनुसार 95% या उससे अधिक साक्षरता दर के रूप में परिभाषित किया गया है. मौजूदा वक्त में लद्दाख, मिजोरम, गोवा और त्रिपुरा को पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया गया है.