उपराष्ट्रपति पद पर जगदीप धनखड़ के कार्यकाल के अभी 2 साल और बाकी थे इसलिए अचानक उनका इस्तीफा चौंकाने वाला था। सवाल ये है कि अगर स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देना था, तो पहले दिया जा सकता था। मॉनसून सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही चलाने के बाद इस्तीफा देना, ये बताता है कि इस्तीफे की वजह कुछ और है।