भारत में सड़क सुरक्षा एक बड़ी समस्या है और यहां हर दिन सैकड़ों लोगों की जान हादसों में जाती रहती है. इसके पीछे लोगों की लापरवाही सबसे बड़ी वजह है. लोग धड़ल्ले से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं और इस साल से भारत में ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों पर सरकार ने धड़ल्ले से जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है. इसका मकसद सड़क दुर्घटनाओं को कम करना और लोगों को सुरक्षित रखना है. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में एक ऐसा देश भी है, जहां पर ट्रैफिक का चालान आपकी इनकम के हिसाब से होता है. आइए उस देश के बारे में जानें.जब एक शख्स पर लगा एक करोड़ से ज्यादा का जुर्मानाअगर आपको याद हो तो आज से करीब दो साल पहले एक केस आया था, जिसमें फिनलैंड के एक शख्स पर एक करोड़ रुपये से ज्यादा का चालान हुआ था. उस बंदे पर ओवर स्पीडिंग के लिए 1 करोड़ छह लाख 27 हजार का जुर्माना लगा था. उस वक्त लोगों को लगा था कि वहां पर यह ज्यादती हो रही है, लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि फिनलैंड का नियम ही कुछ ऐसा है. किस देश में लागू है यह नियमफिनलैंड में ट्रैफिक नियम कुछ यूं है कि वहां पर जुर्माना किसी व्यक्ति का सैलरी के हिसाब से लगाया जाता है. यानि कि अगर आप जितने ज्यादा पैसे कमाते है, तो आपके लिए फाइन उतना ज्यादा होगा. फिनलैंड में नियम है कि अगर ट्रैफिक नियम तोड़ा तो जितनी आपकी सैलरी है, उसका आधा जुर्माना देना पड़ेगा. वहां की पुलिस के स्मार्टफोन में एक सेंट्रल टैक्सपेयर डेटाबेस होता है. इसके जरिए वे किसी की भी सैलरी चेक कर सकते हैं. इसके अलावा स्पीड लिमिट में जितने भी ऊपर गए, तो उतने दिन की सैलरी के हिसाब से फाइन भरना पड़ता है. क्यों बनाया गया यह नियमयह नियम सभी नॉर्डिक देशों पर लागू होता है. यह प्रणाली 1920 के दशक से फिनलैंड में लागू है. इसका उद्देश्य पैसे के आधार से न्याय को सुनिश्चित करना होता है. वहां यह प्रणाली इसलिए बनाई गई है कि जुर्माना सभी के लिए समान रूप से प्रभावी हो, न कि सिर्फ उन लोगों के लिए जो कम आय वाले हैं. यह भी पढ़ें: हिंदुओं में मौत के बाद होती है तेरहवीं तो मुसलमानों में क्या होता है? जान लीजिए जवाब