आरोपी हर्षवर्धन जैन खुद को काल्पनिक देशों का कॉन्सुल या एम्बेसडर बताता था और विदेशों में नौकरी तथा बिजनेस डील कराने का वादा करके लोगों से पैसे ऐंठता था. हर्षवर्धन जैन विवादित धर्मगुरु चंद्रास्वामी और कुख्यात आर्म्स डीलर अदनान खशोगी के संपर्क में रहा है.