धनखड़ के पास दो बड़े मंत्रियों का आया था फोन, प्रधानमंत्री मोदी क्यों हो गए थे नाराज? सामने आया बड़ा कारण

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देश को जल्द ही नया उपराष्ट्रपति मिल जाएगा. जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. धनखड़ और केंद्र सरकार के बीच दूरी बढ़ गई थी, इसको लेकर भी कई दावे किए गए हैं. हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ के पास इस्तीफे से ठीक पहले दो केंद्रीय मंत्रियों का फोन आया था. यह पूरा मामला जस्टिस यशवंत वर्मा के इर्द-गिर्द घूमता हुआ दिखाई दे रहा है. जस्टिस वर्मा को लेकर सरकार और विपक्ष दोनों ही प्रस्ताव लाने की तैयारी में थे, लेकिन धनखड़ ने विपक्ष का प्रस्ताव औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया था. जगदीप धनखड़ ने संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन सोमवार (21 जुलाई) को इस्तीफे की घोषणा कर दी थी. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद छोड़ने की बात कही. लेकिन रिपोर्ट में कुछ और ही दावा किया गया है. धनखड़ ने विपक्ष के जस्टिस वर्मा के खिलाफ प्रस्ताव को औपचारिक रूप से स्वीकर कर लिया था. जबकि केंद्र सरकार के प्रस्ताव को लेकर किसी तरह का आश्वासन नहीं दिया. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि केंद्रीय मंत्रियों ने इस मसले को लेकर धनखड़ के पास फोन किया था और यह भी कहा कि प्रधानमंत्री उनके इस फैसले से खुश नहीं हैं.फोन पर धनखड़ ने क्या दिया था जवाबरिपोर्ट के मुताबिक पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने बात की थी. यह बात जस्टिस वर्मा के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव के बाद हुई. इस पर 63 सांसदों ने हस्ताक्षर किए थे. सरकार धनखड़ के इस फैसले से हैरान थी. जब धनखड़ के पास केंद्र सरकार से फोन आया तो उन्होंने कहा कि वे नियमों में रहकर ही काम कर रहे हैं. अचनाक राष्ट्रपति भवन पहुंचकर उपराष्ट्रपति ने चौंकायाउपराष्ट्रपति धनखड़ इस्तीफा लेकर अचानक राष्ट्रपति भवन पहुंच गए थे. आमतौर पर उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति की मुलाकात पहले से ही तय होती है. इसको लेकर पूरा प्रोटोकॉल फॉलो किया जाता है, लेकिन धनखड़ ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद इस्तीफे की घोषणा कर दी थी.