दक्षिण-पूर्व एशिया के दो पड़ोसी देशों - थाईलैंड और कंबोडिया के बीच संघर्ष शुरू हो गया है. हाल के सीमा विवाद ने दोनों देशों को युद्ध के कगार पर ला खड़ा किया है. सवाल यह है कि अगर खुली जंग हुई तो कौन मारेगा बाजी? आइए ग्लोबल फायरपावर 2025 की रैंकिंग के आधार पर दोनों देशों की सैन्य ताकत का विश्लेषण करते हैं.थाईलैंड की सैन्य ताकतग्लोबल फायरपावर 2025 की रैंकिंग में थाईलैंड की सेना 24वें स्थान पर है, जो इसे क्षेत्रीय स्तर पर एक मज़बूत शक्ति बनाता है. थाईलैंड के सैन्य कर्मचारियों की बात करें तो थाईलैंड के पास 3 लाख 60 हजार सक्रिय सैनिक और 2 लाख रिजर्व सैनिक हैं. थाईलैंड के वायु सेना के पास आधुनिक हथियारों का बड़ा ज़खीरा है. फाइटर जेस्ट की बात की जाए तो 40-50 F-16 और SAAB ग्रिपेन जेस्ट हैं. 100 से ज्यादा हेलीकॉप्टर, जिसमें AH-1 कोबरा जैसे अटैक हेलीकॉप्टर शामिल हैं. RQ-21 ब्लैकजैक जैसे ड्रोन शामिल हैं. ये हो गई वायुसेना की बात अब बात करते हैं थल सेना की तो थाईलैंड की थल सेना में 200 से ज्यादा टैंक जिसमें M60 और VT-4 शामिल हैं.1000 से ज्यादा आर्टिलरी सिस्टम जैसे M777 हॉवित्जर. रॉकेट सिस्टम की बात करें तो HIMARS जैसे आधुनिक MLRS सिस्टम शामिल हैं. थाईलैंड की नौसेना में 1 एयरक्राफ्ट कैरियर, 7 फ्रिगेट्स और 20 से ज्यादा कोरवेट्स युद्पोत हैं और 1 पनडुब्बी है. सैन्य बजट 5.5 बिलियन डॉलर होने से थाईलैंड की वायुसेना और थलसेना क्षेत्र में कंबोडिया से कहीं आगे हैं.कंबोडिया की सैन्य ताकतअब बात कंबोडिया की. ग्लोबल फायरपावर 2025 में कंबोडिया की सेना 83वें स्थान पर है. कंबोडिया के पास 1 लाख 70 हजार सक्रिय सैनिक हैं, जबकि रिजर्व फोर्स की संख्या लगभग 1 लाख है. कंबोडिया के वायु सेना के पास कोई भी आधुनिक फाइटर जेट नहीं है. हेकीकॉप्टर की बात करें तो पुराने और चीनी हथियारों Mi-8 व Z-9 हेलिकॉप्टरों पर निर्भर है. कंबोडिया के पास कुछ सस्ते ड्रोन हैं जिसका इस्तेमाल जासूसी के लिए होता है. थल सेना की बात करें तो टैंक 200 से ज्यादा पुराने टैंक T-55 और टाइप 59 हैं. 400 से ज्यादा आल्टिलरी ज्यादातर पुराने मॉडल हैं. रॉकेट सिस्टम में सीमित MLRS जैसे BM-21 ग्रैड है. कंबोडिया की थल सेना पुरानी तकनीक पर निर्भर है और थाईलैंड के मुकाबले कमजोर है. नौसेना में 10 से ज्यादा छोटे गश्ती जहाज कोई युद्धपोत नहीं कोई पनडुब्बी नहीं.युद्ध हुुआ तो किसकी होगी जीतऐसे में इन आंकड़ों से पता चलता है कि अगर खुली जंग हुई, तो थाईलैंड की आधुनिक वायुसेना और बेहतर प्रशिक्षित सेना उसे स्पष्ट विजेता बनाएगी. थाईलैंड की सेना के पास कंबोडिया के मुकाबले काफी एडवांस है ऐसे में कंबोडिया की सेना थाईलैंड का मुकाबला नहीं कर सकती.इसे भी पढ़ें- दुनिया का ऐसा देश जहां इनकम के हिसाब से होता है ट्रैफिक चालान, जितनी ज्यादा सैलरी उतना बड़ा जुर्माना