Ahmedabad Plane Crash: एयर इंडिया प्लेन क्रैश के 4 दिन बाद अचानक बीमार पड़े थे 112 पायलट, जानें क्या थी वजह

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12 जून को हुए अहमदाबाद एअर इंडिया विमान हादसे ने न सिर्फ यात्रियों को प्रभावित किया, बल्कि एयरलाइन कर्मचारियों, खासकर पायलटों पर भी गहरा असर डाला है. इस हादसे के बाद एअर इंडिया के पायलटों में मानसिक दबाव बढ़ा है, जिसके चलते बीमारी के कारण ली गई छुट्टियों (सिक लीव) की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है.हादसे के सिर्फ चार दिन बाद, 16 जून को 112 पायलटों ने बीमार होने की सूचना दी. इनमें 61 फर्स्ट ऑफिसर (सह-पायलट) और 51 कमांडर (मुख्य पायलट) शामिल थे. यह स्थिति न केवल एअर इंडिया के लिए चिंता का विषय है, बल्कि पूरे विमानन उद्योग के लिए एक गंभीर मुद्दा बन गया है.DGCA ने एयरलाइनों को जारी किए महत्वपूर्ण निर्देशपायलटों में बढ़ते मानसिक दबाव को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी एयरलाइनों को महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं. DGCA ने सलाह दी है कि एयरलाइनों को अपने फ्लाइट क्रू, यानी पायलटों और सह-पायलटों के साथ-साथ एअर ट्रैफिक कंट्रोलर्स (ATCOs) के लिए मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी विशेष ट्रेनिंग शुरू करनी चाहिए. इस ट्रेनिंग का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को पहचानना और उनका समाधान करना है. साथ ही, DGCA ने एयरलाइनों को एक ऐसा सिस्टम बनाने का सुझाव दिया है, जिसमें कर्मचारी एक-दूसरे का आपस में सहयोग बढ़ा सकें.नागरिक उड्डयन मंत्री ने संसद में दिया जवाबनागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने संसद में इस मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा कि मानसिक स्वास्थ्य विमानन उद्योग में सुरक्षा का एक अहम हिस्सा है. उन्होंने बताया कि DGCA ने सभी एयरलाइनों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा दें. इसमें कर्मचारियों को तनाव से निपटने, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को समझने और समय पर मदद लेने के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जाएगा.अहमदाबाद से लंदन जा रहे एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर 787-8 विमान का क्रैश हुआ था, जिसमें 260 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी. विमान ने टेक-ऑफ के 32 सेकंड बाद एक मेडिकल कॉलेज परिसर में क्रैश कर गया. इस हादसे की जांच अभी जारी है.ये भी पढ़ें:- बिहार वोटर लिस्ट में नहीं है नाम तो न हों परेशान, चुनाव आयोगा देगा एक और मौका, 1 महीने का मिलेगा वक्त