ब्रिटेन की एक महिला ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए साबित कर दिया कि उसका पूर्व साथी एक डीएनए टेस्ट लैब के कर्मचारी से मिलकर बच्चे की पैरेंटल जांच में धोखाधड़ी कर रहा था, ताकि वह $1.25 लाख (₹1 करोड़ से ज्यादा) की चाइल्ड सपोर्ट की रकम से बच सके.