कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के विद्यारण्यपुरा थाना क्षेत्र में हुई 2 करोड़ रुपये की कथित लूट का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बेंगलुरु पुलिस की जांच में अबतक सामने आया है कि यह लूट असल में एक सोची-समझी साजिश थी और इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड खुद फरियादी श्रीहर्षा वी. निकला है.क्रिप्टो करेंसी में बदलने के लिए ले गए थे 2 करोड़ कैशइस मामले को लेकर फरियादी ने 25 जून को एफआईआर कराई थी, जिसके मुताबिक, बेंगलुरु के केंगेरी न्यू टाउन निवासी व्यवसायी श्रीहर्षा ने दावा किया था कि वह एक कोल्ड-प्रेस्ड ऑयल यूनिट शुरू करने के लिए 2 करोड़ रुपये लेकर एमएस पल्या सर्कल आया था. यहां उसका परिचय एक व्यक्ति बेनजामिन हर्षा से कराया गया था, जो उसके 2 करोड़ के रकम को क्रिप्टो करेंसी USDT में बदलवाने में मदद करने वाला था.छह हथियारबंद लोगों ने दी धमकी, कैश और मोबाइल लेकर भागेबेंगलुरु पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, जिस समय रकम की गिनती की जा रही थी, उस दौरान छह हथियारबंद लोग दुकान में घुस आए थे. इसके बाद श्रीहर्षा और उसके सभी साथियों को धमकाकर कैश और मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए. लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो सच्चाई सामने आने लगी.मामले में 15 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार- पुलिस कमिश्नरइस मामले में बेंगुलुरु पुलिस कमिश्नर सीमांत कुमार सिंह ने कहा कि लूट की पूरी कहानी नकली थी और साजिश के तहत धन को वैध बनाने के लिए झूठा डकैती का नाटक रचा गया था. उन्होंने कहा, “अब तक इस मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और इनके पास से 1.11 करोड़ रुपये नकद, चार कारें, दो ऑटो, चार बाइक, दो चाकू, एक दरांती, एक रॉड और आठ मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं. वहीं, कुल बरामद सामान की कीमत 1.4 करोड़ रुपये आंकी गई है.”बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि इस ऑपरेशन को डीसीपी सजीत वी.जे. के नेतृत्व में सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया. हालांकि, मामले के चार आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है.यह भी पढ़ेंः Changur Baba Case: छांगुर बाबा का पनामा कनेक्शन, विदेशियों के नाम पर बनाई शैल कंपनी, ऐसे कर रहा था कांड