Written by:Rakesh Ranjan KumarLast Updated:July 22, 2025, 22:52 ISTइम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने का आपका शॉर्टकटन्यूज़ बुलेटिनचुनाव आयोग ने बिहार एसआईआर को सुप्रीम कोर्ट में सही करार दिया है. (फाइल फोटो)नई दिल्ली. निर्वाचन आयोग ने दावा किया है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दल मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में ‘शामिल’ थे और उन्होंने पात्र मतदाताओं तक पहुंच के लिए 1.5 लाख से अधिक बूथ स्तरीय एजेंट तैनात किए, लेकिन वे सुप्रीम कोर्ट में इस अभ्यास का विरोध कर रहे हैं.बिहार से शुरुआत करते हुए पूरे भारत में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण करने के 24 जून के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका में दायर हलफनामे में निर्वाचन आयोग ने दावा किया कि उसके पास मतदाता सूची तैयार करने सहित चुनावों की शुचिता की रक्षा और उसे बनाए रखने के लिए उपाय करने की पूर्ण शक्तियां हैं.आयोग ने दलील दी कि इसी उद्देश्य से उसने बिहार से शुरुआत करते हुए पूरे भारत में एसआईआर के संचालन का निर्देश दिया है. निर्वाचन आयोग ने कहा कि शीर्ष अदालत के समक्ष कुछ याचिकाकर्ता बिहार के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के सांसद और विधायक थे, जो बीएलए (बूथ स्तरीय एजेंट) प्रदान करके एसआईआर अभ्यास में सहायता कर रहे थे.आयोग ने कहा कि भाजपा ने 52,698, राजद ने 47,506, जदयू ने 35,799, कांग्रेस ने 16,676, लोजपा (रामविलास) ने 1,153, भाकपा (माले) ने 1,271, माकपा ने 739, राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी ने 1,913, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने 270, बसपा ने 74 बीएलए और ‘आप’ ने एक बीएलए तैनात किया.About the AuthorRakesh Ranjan Kumarराकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ेंराकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h... और पढ़ेंhomenationबिहार SIR के लिए अलग-अलग पार्टियों ने 1.5 लाख बूथ एजेंट तैनात किए लेकिन...और पढ़ें