विकासखंड के सिमरिया कलां गांव में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला, एक अजीबोगरीब स्थिति के कारण चर्चा में है। इस सरकारी स्कूल में सिर्फ चार छात्र नामांकित हैं, जबकि उन्हें पढ़ाने के लिए दो शिक्षक तैनात हैं। सरकारी खजाने से इन शिक्षकों पर सालाना लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं।