कतर की राजधानी दोहा में मंगलवार को कई जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं। इजराइली सेना ने ऐलान किया कि उसने हमास के वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाकर हवाई हमला किया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि यह हमला खासतौर पर हमास चीफ खलील अल-हय्या को निशाना बनाकर किया गया। जब यह हमला हुआ तब हमास नेता अमेरिका के युद्धविराम प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे। इजराइली सेना और सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि यह हमला बेहद सटीक तरीके से उन हमास नेताओं पर किया गया, जो संगठन की गतिविधियों को लंबे समय से चला रहे थे। सेना के मुताबिक ये नेता 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमले के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार थे। एसोसिएटेड प्रेस से बात करते हुए एक इजराइली अधिकारी ने पुष्टि की कि यह हमला कतर की राजधानी दोहा में हुआ। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि इसमें कोई घायल हुआ या नहीं। इस बीच इजराइली पीएम नेतन्याहू ने भी कहा कि इजराइल इस हमले की ‘पूरी जिम्मेदारी’ लेता है। कतर में हमास नेताओं का ठिकाना यह हमला ऐसे समय हुआ है जब इजराइली सेना के जनरल स्टाफ प्रमुख इयाल जमीर ने हाल ही में कहा था कि विदेशों में मौजूद हमास नेताओं को भी निशाना बनाया जाएगा। उन्होंने 31 अगस्त को कहा था कि "हमास का अधिकांश नेतृत्व विदेश में है, और हम उन तक भी पहुंचेंगे।" कतर लंबे समय से हमास के निर्वासित नेताओं का ठिकाना रहा है और वह इजराइल और फिलिस्तीन के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाता रहा है। गाजा पर युद्धविराम और 7 अक्टूबर को हमास के बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई को लेकर जो बातचीत चल रही थी, यह हमला उसे और जटिल बना सकता है। कतर ने इजराइली हमले की आलोचना की हमले के बाद कतर ने इजराइल की कड़ी आलोचना की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने इसे हमास के राजनीतिक मुख्यालय पर "कायराना हमला" करार दिया और कहा कि यह सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों का उल्लंघन है। दूसरी ओर, इजराइल के वित्त मंत्री बेजलेल स्मोट्रिच ने इस कार्रवाई की तारीफ़ की। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को दुनिया में कहीं भी इजराइल से छूट नहीं मिलेगी। एक्स पर लिखते हुए उन्होंने IDF और शिन बेट के "सही फैसले और सटीक निशाने" की सराहना की और कहा कि "आतंकवादियों को इजराइल के लंबे हाथों से कभी भी कोई छूट नहीं मिलेगी।"