कई बार चिराग के ऑफिस जाने की कोशिश की पर बाउंसर ने रोक दिया। 23 अगस्त को बात करने के लिए मिलन हाईट्स गया था। चिराग ने बातचीत से मना किया तो गुस्से में चाकू घोंप दिया। हत्या कर बायपास की तरफ भागा और बाइक व ट्रक वालों से लिफ्ट ली। सीधे उज्जैन गया और शिप्रा नदी में कूदने का मन बनाया। घाट पर भीड़ देख कर पलट गया।