किताब- आउटलिव, लंबी आयु पाने की कला और विज्ञान लेखक- पीटर अटिया और बिल गिफर्ड अनुवाद- रविंद्र पटवाल प्रकाशक- पेंगुइन प्रकाशन मूल्य- 699 रुपए ‘आउटलिव, लंबी आयु पाने की कला और विज्ञान’ एक ऐसी किताब है जो हमें न केवल लंबा जीवन जीने की प्रेरणा देती है, बल्कि यह भी सिखाती है कि यह जीवन स्वस्थ, सक्रिय और सार्थक कैसे हो सकता है। लेखक पीटर अटिया एक प्रसिद्ध चिकित्सक और लॉन्जविटी एक्सपर्ट हैं और बिल गिफर्ड हेल्थ एंड वेलनेस के फील्ड में काम करने वाले अनुभवी जर्नलिस्ट हैं। इस किताब में नए वैज्ञानिक रिसर्च को आसान और काम आने वाली सलाह के साथ जोड़ा गया है। यह किताब पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को चुनौती देती है, जो अक्सर उम्र बढ़ने से संबंधित बीमारियों जैसे हृदय रोग, कैंसर, मस्तिष्क संबंधी रोग और टाइप2 डायबिटीज के उपचार में देर कर देती है। इसके बजाय, यह 'मेडिसिन 3.0' की अवधारणा प्रस्तुत करती है, जो रोकथाम और व्यक्तिगत स्वास्थ्य की रणनीतियों पर फोकस करती है। किताब का उद्देश्य‘आउटलिव’ का मुख्य उद्देश्य पाठकों को यह सिखाना है कि वे अपने जीवन को न केवल लंबा, बल्कि रोगमुक्त बना सकते हैं। यह किताब हमें बताती है कि उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने और स्वास्थ्य अवधि (हेल्थस्पैन) को बढ़ाने के लिए हमें अभी से कदम उठाने चाहिए। लेखक पारंपरिक चिकित्सा की उस कमी को उजागर करते हैं, जो बीमारियों के उपचार पर ध्यान देती है, न कि उनकी रोकथाम पर। यह किताब एक व्यक्तिगत और सक्रिय नजरिये की वकालत करती है, जो चार प्रमुख स्तंभों पर आधारित है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं- एक्सरसाइज: उम्र लंबी करने की सबसे शक्तिशाली 'दवा'किताब में व्यायाम को दीर्घायु के लिए सबसे प्रभावी तरीका बताया गया है। लेखक पीटर अटिया सुझाव देते हैं कि हमें 'सेंटेनेरियन डेकाथलॉन' यानी, जिसमें हम 100 साल की उम्र में करने योग्य 10 शारीरिक गतिविधियां जैसे सीढ़ियां चढ़ना, किराने का सामान उठाना या लंबी सैर करने के लिए प्रशिक्षण लेते हैं। इसके लिए एरोबिक व्यायाम (जैसे तेज चलना या साइकिल चलाना) और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (जैसे वजन उठाना) का संयोजन आवश्यक है। किताब के अनुसार, सप्ताह में केवल 90 मिनट का व्यायाम मृत्यु के जोखिम को 14% तक कम कर सकता है। इसके अलावा, स्थिरता प्रशिक्षण जैसे पैरों और कंधों की स्ट्रेंथ ट्रेनिंग हमें चोट से बचाने में मदद करता है। न्यूट्रिशन: संतुलित और वैज्ञानिक नजरिया पोषण के मामले में, किताब हाई प्रोटीन डाइट के लिए सलाह देती है, विशेष रूप से प्रति पाउंड शरीर के वजन 1 ग्राम प्रोटीन प्रतिदिन। लेखक तीन प्रकार के आहार रिस्ट्रिक्शन पर विचार करने की सलाह देते हैं। कैलोरी रिस्ट्रिक्शन, डाइट रिस्ट्रिक्शन (जैसे पैलियो या वीगन) और समय के अंतराल पर भोजन जैसे इंटरमिटेंट फास्टिंग। किताब में यह बताया गया है कि मेडिटेरेनियन डाइट, जो जैतून का तेल, नट्स, मछली, और हरी सब्जियों पर आधारित है। दिमाग संबंधी रोगों और कैंसर से बचाव में मदद कर सकता है। लेखक अधिक फ्रक्टोज, जैसे फ्रूट जूस और सोडा से बचने की सलाह देते हैं क्योंकि यह मेटाबोलिक समस्याओं को बढ़ा सकता है। नींद: अच्छे स्वास्थ्य की नींव नींद को किताब में व्यायाम से भी अधिक महत्वपूर्ण बताया गया है। खराब नींद मेटाबोलिक समस्याओं, कैंसर के जोखिम और यहां तक कि दुर्घटनाओं और मेंटल हेल्थ की समस्याओं से जुड़ी है। लेखक नींद की गुणवत्ता सुधारने के लिए स्लीप ट्रैकर का इस्तेमाल करने और नींद की दिनचर्या स्थापित करने की सलाह देते हैं। उदाहरण के लिए, नीली रोशनी से बचना और नियमित नींद का समय निर्धारित करना नींद की क्वालिटी को बेहतर बना सकता है। इमोशनल हेल्थ: खुश रहने की कुंजी किताब में बताया गया है कि बेहतर इमोशनल हेल्थ लंबी उम्र तक जीने और स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है। लेखक पीटर अटिया अपनी व्यक्तिगत कहानी साझा करते हुए बताते हैं कि कैसे उन्होंने बचपन की चुनौतियों और युवावस्था के दौरान गुस्से की समस्याओं का सामना किया। एक थेरपिस्ट के शब्दों का उल्लेख करते हुए, अटिया कहते हैं, 'अगर आप खुश नहीं हैं, तो आप लंबा जीवन क्यों जीना चाहेंगे?' यह किताब स्ट्रेस मैनेजमेंट, माइंडफुलनेस और मजबूत सोशल रिलेशन को बनाए रखने की सलाह देती है। लेखक सुझाव देते हैं कि अकेलापन मृत्यु के जोखिम को बढ़ा सकता है, इसलिए दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना महत्वपूर्ण है। 'चार घुड़सवार' बीमारियां किताब में चार प्रमुख बीमारियों हृदय रोग, कैंसर, मस्तिष्क संबंधी रोग, और टाइप 2 मधुमेह को 'चार घुड़सवार' कहा गया है, जो उम्र बढ़ने के साथ मृत्यु का प्रमुख कारण हैं। इनसे बचाव के लिए किताब विशिष्ट रणनीतियां प्रदान करती है। किताब की शैली ‘आउटलिव’ एक भरोसेमंद और विस्तार से लिखी गई किताब है, जो विज्ञान पर आधारित तथ्यों को आसान और काम की सलाह के साथ पेश करती है। लेखक ने अपनी व्यक्तिगत कहानियों, विशेष रूप से इमोशनल हेल्थ को किताब में शामिल करके इसे और बेहतर बनाया है। किताब की भाषा सरल और समझने योग्य है, जो इसे सामान्य पाठकों और चिकित्सा में रुचि रखने वालों दोनों के लिए उपयुक्त बनाती है। किताब के बारे में मेरी राय ‘आउटलिव, लंबी आयु पाने की कला और विज्ञान’ एक ऐसी किताब है जो हेल्थ और लंबी उम्र के प्रति एक नजरिया देती करती है। यह न केवल फिजिकल हेल्थ पर ध्यान देती है, बल्कि मेंटल और इमोशनल वेलनेस को भी उतना ही महत्व देती है। यह किताब उन लोगों के लिए एक मूल्यवान रिसोर्स है जो अपना स्वास्थ्य बेहतर बनाए रखना चाहते हैं और एक लंबी, स्वस्थ और सार्थक जिंदगी जीना चाहते हैं। कुछ पाठकों को किताब का वैज्ञानिक नजरिया और ज्यादा जानकारी थोड़ा कठिन लग सकता है, लेकिन लेखक ने इसे सरल और उपयोगी बनाने की पूरी कोशिश की है। कुछ सुझाव, जैसे कैलोरी कम करना, अपनाना आसान नहीं होता, फिर भी किताब की प्रेरक शैली और काम की बातें इसे एक उपयोगी और मूल्यवान मार्गदर्शक बनाती हैं। …… यह बुक रिव्यू भी पढ़ें बुक रिव्यू- सफलता चाहिए तो बनना होगा ‘खुद से बेहतर’: पर्सनल ब्रांडिंग के साथ सीखें कम्युनिकेशन स्किल, समझें जॉब मार्केट का गणित 'खुद से बेहतर' एक ऐसी सेल्फ-हेल्प और मोटिवेशनल किताब है, जो खासतौर पर 18 से 40 साल के युवाओं के लिए लिखी गई है। यह किताब वो एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स सिखाती है, जो आज की जॉब मार्केट में आपको सबसे खास बनाती हैं। पूरा बुक रिव्यू पढ़ें