दक्षिण अफ्रीका की सर्वोच्च अदालत ने ऐतिहासिक फैसला दिया है. वहां अब पति चाहें तो पत्नी का सरनेम अपना सकेंगे. कोर्ट ने इसे औपनिवेशिक परंपरा और लैंगिक भेदभाव मानते हुए कानून पलटा.