Jitiya Vrat Katha: सनातन धर्म में जितिया पर्व का भी विशेष महत्व है. इसको जीवित्पुत्रिका व्रत भी कहा जाता है. यह पर्व छठ की तरह ही होता है. इस बार अष्टमी तिथि का प्रारम्भ 14 सितंबर को 05:04 सुबह बजे होगा और इसका समापन 15 सितंबर को सुबह 03:06 बजे होगा. मां अपने बच्चों के सुख और दीर्घायु की कामना करते हुए यह व्रत रखती हैं. इस दिन जितिया व्रत कथा सुनने का विशेष महत्व है. इसीलिए हम आपके लिए लाएं हैं जितिया व्रत की संपूर्ण और पावन कथा-